Ranchi/Delhi : गोड्डा में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए भाजपा समेत अन्य दलों के टिकट पर चुनाव लड़ चुके सूर्या हंसदा के परिजनों ने न्याय के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सूर्या हांसदा की पत्नी सुशीला मुर्मू और मां नीलमुनी मुर्मू ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए पूरे मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट दाखिल की है.
याचिका में राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव डीजीपी, गोड्डा एसपी, देवघर एसपी समेत अन्य अधिकारियों को पार्टी बनाया गया है. याचिका में पूरी घटना की सीबीआई जांच की मांग की गई है. प्रार्थियों ने अधिवक्ता कुमार हर्ष के माध्यम से हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट दाखिल की है.
एनकाउंटर में मारा गया था सूर्या हांसदा
गौरतलब है कि गोड्डा में 11 अगस्त को पुलिस एनकाउंटर में अपराधी सूर्या हांसदा मारा गया था. मुठभेड़ बोआरीजोर थाना क्षेत्र स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में हुई थी. उसकी गिरफ्तारी 10 अगस्त की शाम ही हुई थी. अगले दिन पुलिस सूर्या हासंदा की निशानदेही पर ललमटिया जंगल में छुपाए गए हथियार को बरामद करने गई थी.
इसी दौरान वह पुलिस का हथियार छिनकर भागने लगा. तभी पुलिस ने उस पर गोली चलाई, जिससे उसकी मौत हो गई. बता दें कि सूर्या चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था. हालांकि उसे किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिल पाई थी.
चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था हांसदा
सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि मुर्मू ने बताया कि घटना से पहले देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव से उनके बेटे सूर्या की गिरफ्तारी हुई थी. सूर्या हांसदा का कई राजनीतिक दलों से संबंध रहा है. वह बोरियो विधानसभा से चार बार चुनाव लड़ चुका है. पहली बार 2009 में झारखंड विकास मोर्चा (JVM) से चुनाव लड़ा था.
दूसरी बार 2014 में भी JVM से चुनाव लड़ा. तीसरी बार 2019 में भाजपा ने उसे टिकट दिया था. इस चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहा था. वहीं 2024 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उसने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उसने JLKM पार्टी से चुनाव लड़ा, लेकिन वह किसी भी चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाया था.
हाल ही में साहिबगंज के मिर्जा चौकी थाना और गोड्डा के ललमटिया थाना में सूर्या हांसदा के खिलाफ कई संगीन अपराधों में संलिप्त रहने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें
Leave a Comment