- सदर हॉस्पिटल में दो डॉक्टर्स पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, धारा 56 के तहत प्राथमिकी दर्ज
Ranchi : बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण जिले में व्यवस्थाओं में कमी को जिला प्रशासन लगातार बेहतर करने के साथ ही अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध कराने में लगा है. इसके तहत शहरी सामुदायिक केंद्र (सीएचसी) रिसालदार, डोरंडा में 100 बेड की व्यवस्था की गई है, जिसे प्रशासन ने जल्द शुरू करने की बात कही है. डीसी छवि रंजन ने सोमवार को केंद्र का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बेड सहित मरीजों के आने, स्क्रीनिंग, एडमिशन आदि की भी जानकारियां ली.
मरीजों को परेशान नहीं हो, इसपर ध्यान दें मेडिकल स्टाफ – डीसी
डीसी ने केंद्र में उपस्थित सभी कर्मियों और मेडिकल टीम को सावधानी और सुरक्षा के साथ इलाज करने का निर्देश दिया. साथ ही इलाज के दौरान मरीजों को किसी तरह की समस्या ना होने पर भी जोर दिया.
सदर हॉस्पिटल में नियुक्त डॉक्टर पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर पर प्राथमिकी दर्ज
दूसरी ओर प्रशासन लगातार कोविड मरीज़ों के इलाज़ में हॉस्पिटल, दवा दुकान के साथ ही डॉक्टर्स, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ पर भी नजर बनाये हुए हैं. डॉक्टर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ द्वारा बरती जा रही किसी भी लापरवाही पर प्रशासन कार्रवाई भी कर रहा है. इसके तहत सोमवर को जिला प्रशासन ने डॉ कीर्ति त्रिपाठी और कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर पूर्णिमा बेक पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
क्यों दर्ज की गई है प्राथमिकी
जानकारी के अनुसार इन दोनों की नियुक्ति सदर हॉस्पिटल रांची के डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेन्टर में कई गई थी, पर इन दोनों ने अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर योगदान नहीं दिया. इसके लिए प्रशासन ने उनपर पूर्व में कार्रवाई करते हुए जवाब मांगा था. पर प्रशासन उनके उनके जवाब से संतोषजनक नही है, जिसके बाद उनपर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 56 के अंतर्गत उनपर प्राथमिकी दर्ज की गई. इसके साथ ही भविष्य में भी ऐसा करने वालों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है.