मृतका के पिता बोले-अपेंडिसाइटिस के ऑपरेशन के लिए लिया था 85 हजार रुपए फीस
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर ने किया था युवती का ऑपरेशन
सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने निजी अस्पताल में कैसे किया ऑपरेशन, उठ रहे सवाल
Hazaribagh : हजारीबाग के नवाबगंज स्थित झारखंड नर्सिंग होम में अपेंडिसाइटिस के ऑपरेशन के बाद बुधवार को युवती की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मृतका के परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन के नाम पर युवती की हत्या कर दी गई. उन्होंने नर्सिंग होम और डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते हुए गुरुवार की शाम करीब 5:30 बजे मृतका के शव के साथ मुख्य सड़क को जाम कर प्रदर्शन करने लगे. युवती केरेडारी बकचुंबा की रहने वाली थी. उसे अपेंडिसाइटिस की शिकायत थी.
अनजान व्यक्ति की सलाह ने ले ली बेटी की जान
उसके पिता चरकू तुरी ने बताया कि वह बेटी को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर जा रहे थे. अस्पताल कैंपस में एक अनजान व्यक्ति ने उन्हें झारखंड नर्सिंग होम में जाने की सलाह दी. बस यहीं उसने गलती कर दी. नर्सिंग होम में बेटी के ऑपरेशन के लिए एक लाख रुपए मांगे जा रहे थे. किसी प्रकार 85 हजार पर प्रबंधन माना. पहले दिन 13 हजार रुपए जमा लिए गए. बाकी का पैसा जुटाने के लिए गांव गए. इस बीच उनकी बेटी का ऑपरेशन कर दिया गया. तबीयत बिगड़ने पर उसे शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कर दिया. पूछे जाने पर बेटी की हालत खराब होने की बात कही गई.
ऑपरेशन में लापरवाही का लगाया आरोप
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर उत्कृष्टकांत ने उनकी बेटी का ऑपरेशन किया था. परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन में लापरवाही बरती गई, इसलिए उनकी बेटी की जान चली गई. निजी नर्सिंग होम में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने कैसे ऑपरेशन किया, इस पर भी परिजन सवाल उठा रहे हैं. युवती के पिता ने बताया कि पुलिस को उन्होंने फर्द ब्यान दिया है. हत्या से संबंधित आवेदन भी थाने को देंगे. उसके पिता ने कहा कि बतौर मुआवजा एक लाख रुपए दिए जा रहे थे. लेकिन उन्होंने लेने से मना कर दिया. युवती के पिता का कहना है कि उन्हें उनकी बेटी चाहिए और नर्सिंग होम और डॉक्टर पर कार्रवाई हो.
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आईसीयू व वेंटिलेटर की नहीं है व्यवस्था : संचालक
झारखंड नर्सिंग होम के संचालक नितेश कुमार ने कहा कि उनके अस्पताल में आईसीयू व वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं है. 15 दिन पहले युवती का अपेंडिक्स फट चुका था. परिजन उसका इलाज गांव में करा रहे थे. इसी बीच लीवर से संबंधित कुछ ऑपरेशन करना पड़ा. उसकी आंत भी सड़ चुकी थी. गंभीर हालत में उसे भर्ती कराया गया. तबीयत जब बिगड़ गई, तो आईसीयू व वेंटिलेटर के लिए युवती को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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