Ranchi: वन विभाग डीएफओ सबा आलम पर मेहरबान है. विभाग ने ना केवल उन्हें सबसे ज्यादा पदों का अतिरिक्त प्रभार दिया है. बल्कि योजना मद की सबसे ज्यादा राशि उन्हें ही आवंटित की गयी. सबा आलम को सबसे ज्यादा पद और पैसा देने का मामला विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है.
सरकार ने पिछले दो साल से डीएफओ से सीएफ के पद पर प्रोन्नति नहीं दी है.
इससे सीएफ के पदों पर अतिरिक्त प्रभार के सहारे काम लिया जा रहा है. सरकार मनपसंद डीएफओ को अतिरिक्त प्रभार दे रही है. इस मामले में सबसे ऊपर सबा आलम का नाम है. वह अकेले तीन डीएफओ और दो सीएफ का काम कर रहे हैं. उनका मूल पद डीएफओ जमशेदपुर है. बाकी सारे पद अतिरिक्त हैं. सरकार उन्हें योजना मद से भी ज्यादा राशि आवंटित कर रही है.
पिछले वित्तीय वर्ष (2024-25) में योजना मद की सबसे ज्यादा राशि जमशेदपुर वन प्रमंडल को आवंटित की. विभागीय आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान विभाग ने जमशेदपुर वन प्रमंडल को 92.99 करोड़ रुपये आवंटित किया था. रांची वन प्रमंडल को 34.32 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे. जबकि शेष वन प्रमंडलों का आवंटन तीन से 20 करोड़ के बीच था.
विभिन्न वन प्रमंडलों को आवंटित राशि(करोड़ में)
वन प्रमंडल | राशि |
रांची वन प्रमंडल | 34.32 |
खूंटी वन प्रमंडल | 8.64 |
गुमला वन प्रमंडल | 14.40 |
लोहरदगा वन प्रमंडल | 11.32 |
सिमडेगा वन प्रमंडल | 4.36 |
मेदनीनगर वन प्रमंडल | 11.70 |
गढ़वा उत्तरी वन प्रमंडल | 4.55 |
दुमका वन प्रमंडल | 18.23 |
पाकुड़ वन प्रमंडल | 5.91 |
गोड्डा वन प्रमंडल | 12.83 |
साहिबगंज वन प्रमंडल | 14.71 |
देवघर वन प्रमंडल | 9.29 |
जामताड़ा वन प्रमंडल | 2.24 |
सारंडा वन प्रमंडल | 10.94 |
कोल्हान वन प्रमंडल | 3.96 |
चाईबासा वन प्रमंडल | 3.21 |
सरायकेला वन प्रमंडल | 9.17 |
जमशेदपुर वन प्रमंडल | 92.99 |