Ranchi : जमशेदपुर की रहने वाली गरिमा टोपनो रविवार को खूंटी के पेरवाघाघ जलप्रपात में बह गयी थी. सोमवार को गरिमा का शव पेरवाघाघ से करीब 300 मीटर की दूरी पर मिला. जानकारी के अनुसार, रविवार को वो अपने दोस्तों के साथ वहां घूमने गयी थी. उसी दौरान उनका पैर फिसल गया था और वो पानी के तेज बहाव में बह गयी थी.
सीएम हेमंत सोरेन ने जताया शोक
गरिमा का शव मिलने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने शोक जताया है. इसके साथ ही सीएम ने लोगों से आग्रह किया कि झरने, झील और नदी आदि के किनारे भ्रमण करने के दौरान सतर्क रहें. साथ ही निर्देशों का कड़ाई से पालन करें.
दुःखद!
परमात्मा बहन गरिमा की आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।
झरने, झील और नदी आदि के किनारे भ्रमण करने वाले सभी लोगों से मेरा आग्रह है, कृपया सतर्क रहें तथा निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। https://t.co/ebs4MqwB9S— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) September 6, 2021
चट्टान पर अटका मिला गरिमा का शव
जानकारी के अनुसार, सुबह होते ही स्थानीय लोगों और प्रशासन ने मिलकर उनकी खोज-बीन शुरू की. दोस्त और परिवार के लोग भी टीम के साथ गरिमा को ढूंढ रहे थे. काफी खोजबीन के बाद उसका शव चट्टान पर अटका हुआ मिला. जानकारी के अनुसार, गरिमा को चोट भी लगी है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. शव मिलने के बाद गरिमा के परिजनों और दोस्तों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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अंधेरा होने के कारण कल रोक दी गयी थी खोजबीन
मालूम हो कि गरिमा को कल से ही स्थानीय लोग, पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ढूंढने का प्रयास कर रही थी. लेकिन बारिश के कारण पानी का बहाव तेज हो गया था. साथ ही अंधेरा भी हो गया था. इसलिए पुलिस ने रविवार को खोजबीन बीच में ही रोक दी गयी थी.
दोस्तों के साथ घुमने गयी थी पेरवाघाघ
दोस्तों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, गरिमा लंबे समय से रांची में रह रही थी. वह वुमेन एंड जेंडर रिसोर्स सेंटर और झारखंड जनाधिकार महासभा नामक एनजीओ में काम करती थी. रविवार को वह अपने 6 दोस्तों के साथ तोरपो के बेरांग स्थित पेरवाघाघ घुमने गयी थी.
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