मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक से मिले सदर विधायक के मीडिया प्रतिनिधि, अव्यवस्था से कराया अवगत
अस्पताल में स्ट्रेचर की कमी, खराब पड़े हैं कार्डियक एंबुलेंस
Hazaribagh: झारखंड में सरकार बदल गई, लेकिन व्यवस्था यथावत है. हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रबंधकीय लापरवाही पराकाष्ठा पर है. इसका खामियाजा बेहतर सुविधा की आस में यहां पहुंचने वाले मरीजों और उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है. अस्पताल की व्यवस्था में सुधार को लेकर शनिवार को सदर विधायक के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी अस्पताल अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार से उनके कार्यालय कक्ष में मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था से अवगत कराते हुए तत्काल इन समस्या का समाधान करने का आग्रह किया. विधायक प्रतिनिधि ने आपातकालीन ट्रॉमा सेंटर में स्ट्रेचर की कमी, अस्पताल में स्थापित पीएम केयर फंड से बने प्रेशर स्विंग एडजोर्प्शन (पीएसए) तकनीक पर आधारित दो ऑक्सीजन प्लांट के बंद होने की स्थिति में ट्रॉमा सेंटर सहित अस्पताल के हरेक वार्डों में कम से कम पांच- पांच भरे हुए ऑक्सीजन के जंबो सिलेंडर 24 घंटे उपलब्ध कराने और डीएमएफटी मद से खरीदे गए एडवांस लाइफ सपोर्ट कार्डियक एम्बुलेंस पिछले करीब एक महीने से खराब होने के कारण मरीजों को हो रही परेशानी से अवगत कराते हुए तत्काल जरूरतमंद मरीजों के हित में इसे सुदृढ़ करने की मांग की.
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अधीक्षक ने लिया संज्ञान, व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश
रंजन चौधरी के आग्रह पर तत्काल संज्ञान लेते हुए डॉ. विनोद कुमार ने ट्रॉमा सेंटर में यथाशीघ्र 10 स्ट्रेचर रखवाने, हरेक वार्ड में 24 घंटे 5 भरे हुए ऑक्सीजन जंबो सिलेंडर रखवाने और डीएमएफटी के एडवांस लाइफ सपोर्ट कार्डियक एम्बुलेंस को तत्काल बनाने का आदेश संबंधित कर्मियों को दिया. साथ ही उन्होंने आश्वस्त भी किया कि जरूरतमंद मरीजों के हितार्थ हर जरूरी सेवा जल्द सुदृढ़ करा लिया जाएगा. समस्याओं पर तत्काल संज्ञान लेने पर रंजन चौधरी ने अस्पताल अधीक्षक का आभार जताया है.
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स्वास्थ्य मंत्री और सीएम से हस्तक्षेप का आग्रह
रंजन चौधरी ने यह भी कहा कि डीएमएफटी मद का पैसा स्वास्थ विभाग को दुरुस्त करने के लिए लगातार खर्च किया जा रहा है. लेकिन व्यवस्थाओं के रखरखाव और उपयोगिता पर अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन विफल साबित हो रहा है. उन्होंने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता एवं सीएम चंपाई सोरेन से भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए तत्काल ऑक्सीजन प्लांट को चालू करने का आग्रह किया, ताकि जरूरतमंद मरीजों को समय इसका लाभ मिल सके और उनकी जिंदगी बचाई जा सके. मौके पर भाजयुमो नेता राजकरण पांडेय भी मौजूद थे.
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