- गालूडीह सुवर्णरेखा बराज डैम के पास शिलान्यास व उद्घाटन समारोह का आयोजन
- अब झारखंड के किसानों को भी मिलेगा 10 प्रतिशत पानी
- कुछ दिनों में मंत्री कैनाल का करेंगे निरीक्षण
Ghatshila (Rajesh Chowbey) : सुवर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना सफेद हाथी साबित हो रही थी. 15 साल की योजना 46 साल बीतने के बाद भी पूरी नहीं हो पा रही थी. लेकिन मेरे द्वारा विभाग संभालने के बाद इसके कार्य में तेजी लाने का निर्देश विभाग के अधिकारी को दिया गया है. समयनुसार सभी योजना पूरी की जाएगी, क्योंकि हमारी सरकार हर किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में रखी है. हर किसानों के खेत में जिस दिन पानी मिलने लगेगा, उसी दिन सुवर्णरेखा परियोजना का उद्देश्य पूर्ण होगा. समय कम है और काम ज्यादा करना है. ऐसे में हमें और हमारे विभाग के अधिकारी को तेजी से काम करने की जरुरत है. उक्त बातें रविवार को गालूडीह सुवर्णरेखा बराज डैम के समीप शिलान्यास एवं उद्घाटन समारोह में जल संसाधन मंत्री रामदास सोरेन ने कहीं. उन्होंने जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता विजय शंकर से कहा कि सुवर्णरेखा परियोजना का कैनाल साफ सुथरा दिखना चाहिए. कहीं भी कैनाल में पेड़ उगे और जंगल दिखे तो विभाग के अधिकारी जिम्मेदार होंगे. कुछ दिनों के अंदर हम स्वयं कैनाल का निरीक्षण करने जायेंगे. रामदास सोरेन ने कहा कि दायीं नहर से हर साल ओडिशा के खेतों को पानी मिलता था और झारखंड के खेत सूखे रह जाते थे. उसी कैनाल से अब 10 प्रतिशत पानी झारखंड के किसानों को भी मिलेगा. उसके लिए काम शुरू कर दिया जा रहा है. रामदास सोरेन ने कहा कि सुवर्णरेखा नदी के दोनों एफलक्सबांएड (बांध) बनाकर बराज में पानी को रोकने की झमता को बढ़ाया जायेगा, क्योंकि कई गांव नदी में पानी बढ़ने से डूब जाते थे.
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ऊंचे क्षेत्र वाले किसानों को लिफ्ट एरिगेशन से मिलेगा पानी
ऊंचे क्षेत्र वाले किसानों को लिफ्ट एरिगेशन के माध्यम से हर खेत को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. रामदास सोरेन ने कहा कि सुवर्णरेखा नदी में हर साल पानी बेकार बहकर समुद्र में चला जाता है. लेकिन सरकार की योजना है कि उसका पानी रोककर नदी में बीयर बनाकर पीने के पानी के साथ-साथ खेत को भी पानी दिया जा सके. इससे पूर्व मुख्य अतिथि मंत्री रामदास सोरेन, मुख्य अभियंता विजय शंकर, मुख्य अभियंता मोतीलाल पिंगुआ, विजय कुमार भगत और अधीक्षण अभियंता हेमंत कुमार लोहानी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया.
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77 करोड़ के बांध का शिलान्यास
इसके बाद गालूडीह सुवर्णरेखा बराज डैम के प्रांगण में जल संसाधन विभाग के मंत्री रामदास सोरेन ने 77 करोड़ रुपए के लागत से बनने वाली एफलक्सबांएड (बांध) का शिलान्यास नारियल फोड़कर किया. इसके साथ ही साथ 40 करोड़ रुपया से गालूडीह दायीं मुख्य नहर के 5 उपनहर एवं जलवाहों का भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से सिंचाई हेतु निमार्ण कार्य का उद्घाटन जल संसाधन मंत्री रामदास सोरेन, सांसद बिद्युत बरण महतो समेत विभाग के अधिकारियों ने किया. इतना ही नहीं गालूडीह दायीं नहर के एसएमएल 3, 4, 5, 6 और 7 तथा क्युआर 47, 1, 2, 3 का उद्घाटन नारियल फोड़कर किया गया. कार्यक्रम में रामनिवास प्रसाद, कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार, अजय प्रजापति, रोहित कुमार, सहित सहायक अभियंता और कनीय अभियंता उपस्थित थे.
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