Goplaganj : बिहार के गोपालगंज जिले में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इसका मुख्य कारण गंडक नदी में बढ़ा जलस्तर है. नदी का पानी आस-पास के गांवों में फैलने लगा है. जिसके कारण छह गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से टूट गया है. नदी का पानी सड़कों में बहने के कारण परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया है. लोग अपनी जान जोखिम में डालकर किसी तरह आवश्यकता के सामान लाने जा रहे हैं. पढ़ें – दिल्ली में मिला मंकीपॉक्स का चौथा मरीज, देश में अब तक कुल 9 मामले
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तटबंधों पर अभियंताओं की टीम को लगाया गया है
गोपालगंज के रामनगर, जगीरी टोला, मुंगरहां, मेहंदिया गांव में पानी भरा हुआ है. लेकिन लोगों के पास नाव नहीं होने के कारण लोग पैदल ही लाठी के सहारे पानी की गहराई नाप कर कही भी आने और जाने का काम कर रहे है. तटबंधों पर पानी के दबाव को रोकने के लिए अभियंताओं की टीम को लगाया गया है. पानी के दबाव को देखते हुए प्रशासन और विभाग अलर्ट मोड में है.
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प्रधान सचिव पतहरा समेत अन्य तटबंधों का निरीक्षण किया
बुधवार को तटबंधों का जायजा लेने जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार अग्रवाल पहुंचे. उनके साथ डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी, अभियंता प्रमुख शैलेंद्र, मुख्य अभियंता अशोक कुमार, अधीक्षण अभियंता विमल कुमार नीरज, बाढ़ सेघर्षात्मक बल के अध्यक्ष मो हामीद, कार्यपालक अभियंता श्रवण कुमार ब्यास मौजूद रहे. सभी ने पतहरा समेत अन्य तटबंधों का निरीक्षण किया.
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24 घंटे तटबंधों की निगरानी रखने का दिया निर्देश
जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने अधिकारियों को 24 घंटे तटबंधों की निगरानी रखने का निर्देश दिया. साथ ही जहां- जहां रेन कट हुए हैं. उसे तत्काल दुरुस्त करने का आदेश दिया है.
डीएम ने कहा कि गंडक नदी में जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा है. उससे तटबंध के अंदर बसे 28 गांवों पर बाढ़ का खतरा है. इन 28 गांव के लोगों से ऊंचे स्थान में जाने की अपील की गई है.
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