मीडिया संस्थानों को यह सलाह पहलगाम आतंकी हमले के बाद रक्षा मामलों पर रिपोर्टिंग के मद्देनजर दी गयी है. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गयी थी. सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में, सभी मीडिया प्लेटफॉर्म, समाचार एजेंसियों और सोशल मीडिया यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे रक्षा और अन्य सुरक्षा-संबंधी अभियानों से संबंधित मामलों पर रिपोर्टिंग करते समय अत्यधिक जिम्मेदारी का प्रयोग करें और मौजूदा कानूनों और नियमों का सख्ती से पालन करें. विशेष रूप से रक्षा संचालन से संबंधित कोई भी रियल टाइम कवरेज, दृश्यों का प्रसार या सोर्स-आधारित` जानकारी के आधार पर रिपोर्टिंग नहीं की जानी चाहिए. यह भी कहा गया कि संवेदनशील जानकारी का समय से पहले खुलासा अनजाने में शत्रुतापूर्ण तत्वों की सहायता कर सकता है. परिचालन पर प्रभाव और कर्मियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है. एडवाइजरी में कारगिल युद्ध, 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों और कंधार अपहरण जैसी पिछली घटनाओं का हवाला दिया गया. बता दें कि उस समय मीडिया कवरेज ने राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाया था. इसे भी पढ़ें : बांग्लादेश">https://lagatar.in/bangladesh-is-struggling-time-has-come-to-stop-ganga-water-nishikant/">बांग्लादेशMinistry of Information and Broadcasting issues advisory to all Media channels to refrain from showing live coverage of defence operations and movement of security forces in the interest of national security "In the interest of national security, all media platforms, news… pic.twitter.com/AASdtbFgTd
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— ANI (@ANI) April">https://twitter.com/ANI/status/1916073699557417132?ref_src=twsrc%5Etfw">April
26, 2025
छटपट कर रहा, गंगा का पानी बंद करने का समय आ गया: निशिकांत