300 करोड़ रुपये की घूस का ऑफर
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पिछले दिनों दावा किया था कि आरएसएस से जुड़े एक नेता और अंबानी से जुड़ी फाइलों को मंजूरी के एवज में उन्हें 300 करोड़ रुपये की घूस का ऑफर किया गया था. सत्यपाल मलिक के इस दावे से सनसनी फैल गई थी. इसे भी पढ़ें - कोरोना">https://lagatar.in/new-variant-of-corona-knocked-in-india-first-case-of-xe-and-kappa-found-in-mumbai/">कोरोनाके नए वैरिएंट ने दी भारत में दस्तक, मुंबई में मिला XE और कप्पा का पहला केस
राज्यपाल ने डील ही निरस्त कर दी थी
अब जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से उनके इन आरोपों की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश को सरकार ने मंजूरी दे दी है. सत्यपाल मलिक का कहना था कि फाइल मंजूरी के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपये ऑफर किए गए थे, लेकिन उन्होंने यह डील ही निरस्त कर दी थी. हालांकि, इस दौरान मलिक ने पीएम नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा था कि उस समय पीएम ने उनसे कहा था कि वह भ्रष्टाचार से कोई समझौता ना करें.करार को गड़बड़ी के शक में रद्द कर दिया था
जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल रहने के दौरान अक्टूबर 2018 में उन्होंने कर्मचारियों के लिए रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के साथ सामूहिक स्वास्थ्य बीमा करार को गड़बड़ी के शक में रद्द कर दिया था. वहीं, दो दिन बाद राज्यपाल ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के साथ अनुबंध को बंद करने को मंजूरी दे दी और पूरी प्रक्रिया की जांच के लिए मामले को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को भेज दिया था. इसे भी पढ़ें - लोकसभा">https://lagatar.in/after-lok-sabha-crpc-amendment-bill-was-also-passed-by-rajya-sabha-lagatar/">लोकसभाके बाद राज्यसभा से भी पास हुआ सीआरपीसी अमेंडमेंट बिल [wpse_comments_template]