Ranchi: मंत्री सत्यानंद भोक्ता विधानसभा में नगर विकास विभाग के सवाल पर फंस गये. सरयू राय ने सर्किल रेट पर होल्डिंग टैक्स का मामला उठाते हुए कहा कि 2016 में होल्डिंग टैक्स में भारी वृद्धि हुई और फिर 2022 में सरकार ने इसको सर्किल रेट से जोड़ दिया, जिससे टैक्स में भारी बढ़ोतरी हो गई. इसलिए सरकार इसे वापस ले. सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री सत्यानंद भोक्ता जवाब दे रहे थे, तभी सरयू ने कहा कि सरकार का उत्तर गलत है. मंत्री को अफसरों ने ब्रीफ नहीं किया, जो उन्हें दिया गया, वही वह सदन में पढ़ रहे हैं.
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जिसमें टैक्स न्यूनतम हो, उसको अपनाना चाहिए
सरयू राय ने कहा कि सरकार कह रही है कि 15वें वित्त आयोग के आलोक में सर्किल रेट पर लिया जा रहा है, जबकि 15वें वित्त आयोग में संपत्ति कर के संबंध में चार आधार दिये गये हैं. पहला आधार है- गाईडेंस वैल्यू, दूसरा- एन्यूअल रेन्टल वैल्यू, तीसरा- यूनिट एरिया वैल्यू और चौथा- सर्किल रेट. 15वें वित्त आयोग के प्रतिवेदन में यह भी कहा गया है कि होल्डिंग टैक्स का निर्धारण न्यूनतम होना चाहिए. यानी इन चारों में से जिसमें टैक्स न्यूनतम हो, उसको अपनाना चाहिए.
सदन को गलत सूचना दे दी गयी
सरयू राय ने कहा कि 2016 में होल्डिंग टैक्स में भारी वृद्धि हुई है, तो सरकार को बताना चाहिए था कि 2016 के पहले होल्डिंग टैक्स कितना था. फिर 2016 में होल्डिंग टैक्स बढ़ कर कितना हो गया और इस वृद्धि का आधार क्या था, लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया और सीधे गलत सूचना सदन को दे दी कि 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर होल्डिंग टैक्स को सर्किल रेट से जोड़ा गया है. इसके बाद जवाब दे रहे प्रभारी मंत्री बैकफुट पर आये और कहा कि मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श कर होल्डिंग टैक्स पर पुनिर्विचार करेंगे.
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