Hazaribagh : विनोबा भावे विश्वविद्यालय के 32वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने रविवार को विश्वविद्यालय प्रबंधन को शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया. दरअसल विभावि प्रशासन की ओर से कई जनप्रतिनिधियों को स्थापना दिवस पर आमंत्रित किया गया था. लेकिन सामारोह स्थल में उनके बैठने का कोई माकूल इंतजाम नहीं किया गया था. समारोह में जब सदर विधायक मनीष जायसवाल पहुंचे, तो अपना कोई निर्धारित स्थान नहीं देख, एक कोने में जाकर बैठ गए. तब राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने आयोजनकर्ताओं को उन्हें मंच पर बैठाने का निर्देश दिया. वहीं, जब समारोह के दौरान स्मृति चिह्न और सम्मान देने की बारी आई, तो आयोजन समिति ने सिर्फ राज्यपाल का सम्मान किया. उस वक्त राज्यपाल ने अपने सम्मान में मिले अंग-वस्त्र और मोमेंटो को विधायक मनीष जायसवाल को भेंट कर दिया. उन्होंने आयोजनकर्ताओं को कुछ न कहते हुए भी इशारों में ही शिष्टाचार का सबक दे डाला. अपने संबोधन में भी उन्होंने चुने हुए जनप्रतिनिधियों के सम्मान में कोई कोताही नहीं बरतनी की विश्वविद्यालय प्रशासन को सीख दी. साथ ही प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखने की सलाह दी.
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