Ahemadabad : गुजरात हाईकोर्ट ने आज याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें अवैध निर्माण के खिलाफ जारी नगर निगम की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गयी थी. बता दें कि अहमदाबाद प्रशासन ने आज मंगलवार को अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया.
#WATCH | Gujarat: Ahmedabad Police Commissioner Gyanendra Singh Malik says, “Bangal Vaas is an area where many illegal Bangladeshis live. Action has been taken against them earlier also. Demolition has been done earlier also. 3 days ago, the police conducted a massive combing… https://t.co/jXbmgHnskZ pic.twitter.com/vnOaeXqus2
— ANI (@ANI) April 29, 2025
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat: Amdavad Municipal Corporation (AMC) demolishes illegal settlements near Chandola lake.
Sharad Singhal, Joint CP (Crime), says “There was a Siyasatnagar Bangal Vaas where a majority of Bangladeshis used to stay…AMC conducted a survey in which it was… pic.twitter.com/q2roaPhuPY
— ANI (@ANI) April 29, 2025
#WATCH | Ahmedabad: Gujarat CM Bhupendra Patel chairs an emergency meeting in the wake of the demolition drive of illegal settlements near Chandola Lake by Amdavad Municipal Corporation (AMC) and action against illegal Bangladeshis.
According to Sharad Singhal, Joint CP (Crime),… pic.twitter.com/bWUxQgyPXI
— ANI (@ANI) April 29, 2025
इसके तहत चंडोला तालाब पर बनी अवैध झोपड़ियां सहित एक आलीशान फार्म हाउस को जमींदोज कर दिया. इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. पुलिस ने बताया कि अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई अभी-भी जारी है.
नगर निगम की इसी कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय लोग गुजरात हाईकोर्ट में गुहार लगाने पहुंचे थे, लेकिन हाईकोर्ट ने याचिका सुनने से इनकार करते हुए याचिका खारिज कर दी.
पुलिस ने जानकारी दी कि लल्लू बिहारी नाम के शख्स ने तालाब पर अवैध निर्माण कर आलीशान फार्म हाउस बना लिया था. आरोप है कि यहां पर अवैध रूप से आने वाले बांग्लादेशियों को संरक्षण दिया जाता था.
जान लें कि तीन दिन पहले इसी इलाके से एक हज़ार से ज्यादा संदिग्ध अवैध घुसपैठियों को पकड़ा गया था. उसके बाद इलाके नें अवैध निर्माण को जमीनदोज करने के लिए प्रशासन और नगर निगम की टीम ने 50 से ज्यादा बुलडोजर लगा दिया.
कल सोमवार को पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने बताया था कि पुलिस द्वारा चलाये गये अभियान के तहत लगभग 450 बांग्लादेशी नागरिक गुजरात में अवैध रूप से रहते पाये गये.
उन्होंने जानकारी दी कि पुलिस ने 6,500 अवैध लोगों को हिरासत में लिया है, संदेह है कि वे पड़ोसी देश से अवैध रूप से घुसपैठ कर आये हैं. अहमदाबाद और सूरत में बड़े सर्च ऑपरेशन के बाद पूरे राज्य में इसी तरह के अभियान चलाये गये,
जिसमें लगभग 6,500 संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया गया और उनकी पहचान सत्यापित की गयी. एक बार बांग्लादेशी नागरिक के रूप में उनकी पहचान स्थापित हो जाने पर, केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के समन्वय से उनके निर्वासन के लिए कदम उठाये जायेंगे.
अतिक्रमण के खिलाफ चले अभियान के बारे में ज्वाइंट सीपी (क्राइम) शरद सिंघल ने जानकारी दी कि सियासतनगर जहां अधिकांश बांग्लादेशी रह रहे थे, वहां एएमसी ने सर्वेक्षण किया. जानकारी सामने आयी कि वहां अवैध निर्माण किया गया था.
उसके बाद वहां ध्वस्तीकरण अभियान शुरू किया गया. यहां 50 जेसीबी के साथ लगभग 2,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है.
शरद सिंघल ने बताया कि 2009 में भी यहां कार्रवाई हुई थी. बाद में धीरे-धीरे इन लोगों ने तालाब पर कब्जा कर मिट्टी डालकर अपने घर बना लिये.
अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर ज्ञानेंद्र सिंह मलिक ने हमने एक एफआईआर दर्ज की है, जिसमें लल्लू बिहारी नाम के एक व्यक्ति सहित अन्य लोगों के नाम हैं. उन्होंने कहा, वह आधार बनवाने के लिए फर्जी रेंट एग्रीमेंट बनाता था. उसने यहां अवैध रूप से एक बड़ा फार्महाउस बनाया था.
उसे ध्वस्त कर दिया गया है और अभी-भी तोड़फोड़ जारी है. कहा कि कुछ लोगों ने अवैध रूप से पासपोर्ट भी बनवा लिए हैं. इसलिए लल्लू बिहारी और उसके गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) द्वारा चंदोला झील के पास अवैध बस्तियों के ध्वस्तीकरण अभियान और अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई के मद्देनजर एक आपातकालीन बैठक की.
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