इचाक विकास व पर्यटक के मामलों में कई वर्षों से है उपेक्षित : गौतम
Hazaribagh: इचाक की जनता 30 वर्षों से ठगा महसूस कर रही है. झारखंड अलग राज्य बनने के बाद यहां न विधायक बना न सांसद, जिससे कई लाभकारी योजनाओं का लाभ लोगों को नसीब नहीं हो पाया. यह कहना है युवा नेता नेता गौतम कुमार का. उन्होंने कहा कि इचाक स्थित नेशनल पार्क केंद्र सरकार के द्वारा पर्यटक स्थल घोषित किये जाने के बाद भी पर्यटन की दृष्टिकोण से उपेक्षित है. झारखंड में प्रसिद्ध मंदिरों की नगरी ऐतिहासिक धरोहर छोटा अखाड़ा, बडा अखाड़ा, भगवती मठ और दर्जनों मंदिर व तालाब अस्तित्व बचाने को लेकर संघर्षशील है. अस्तित्व को बचाने का एकमात्र उपाय है इचाक को हज़ारीबाग लोकसभा क्षेत्र में शामिल कराना. गौतम कुमार ने कहा कि इचाक को हज़ारीबाग लोकसभा क्षेत्र में शामिल करने की आवाज़ को पहले भी बुलंद कर चुके हैं. अब इस मुद्दा को धरातल पर उतारने को लेकर हर पंचायत में कमिटी गठन किया जाएगा. इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है.
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चर्चा के दौरान पिछड़ेपन का उठाया गया मुद्दा
गौतम कुमार ने कहा कि जिस तरह से नगवां टोल प्लाजा का आंदोलन,,होमगार्ड का आंदोलन, पारा शिक्षक के मुद्दे पर आंदोलन को अंजाम दिया गया, उसी तरह इचाक, टाटीझरिया, दारू इत्यादि को कोडरमा लोकसभा क्षेत्र से हटाकर हजारीबाग लोकसभा में शामिल करने को लेकर आंदोलन होगा. युवा नेता गौतम कुमार ने जेपी चौक स्थित दरिया पंचायत में यह बात कही. चर्चा के दौरान दरिया मुखिया प्रतिनिधि कुशलचंद मेहता, समाजसेवी जयनारायण मेहता, भाजपा नेता जयनंदन मेहता, अरुण कुमार मेहता, युवा सामाजसेवी विनोद मेहता, राजेश कुमार मेहता, रंजीत मेहता, अनिल कुमार मेहता, अशोक कुमार मेहता, रंजीत यादव, गिरधारी महतो, रामनरायन गिरी, श्रीकांत मेहता, छत्रधारी मेहता, श्रीधर शर्मा, बसंत मेहता, सुरेंद्र कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे.
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