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डल झील की तरह होगी अब हजारीबाग झील की सफाई

Hazaribagh: कश्मीर की डल झील की तरह अब हजारीबाग झील की भी सफाई होगी. हजारीबाग की पहचान झील से भी है. झील सफाई करने के लिए नगर निगम ने दो करोड़ रुपए की लागत से वीड हार्वेस्टर मशीन की खरीदारी की है. उसका सफल परीक्षण भी कर लिया गया, फिर भी मेयर रोशनी तिर्की को यह जानकारी नहीं कि मशीन कब खरीदी गई. दिलचस्प बात यह है कि मशीन से झील की सफाई की विधिवत शुरुआत भी भी हो चुकी है. हजारीबाग नगर निगम की मेयर रोशनी तिर्की ने ही फीता काटकर मशीन निगम के हाथों में दिया. फिर भी उन्हें मशीन खरीदारी की जानकारी नहीं है. दरअसल पिछले कई सालों से झील की साफ-सफाई और रखरखाव को लेकर सवाल खड़ा किया जा रहा था. आलम यह रहा कि हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा भी झील की बदतर स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की थी. उसके बाद नगर निगम के ऊपर दबाव भी बन रहा था कि झील आखिर कैसे साफ सुथरा रखा जाए. इसे देखते हुए बोर्ड मीटिंग में मशीन की खरीदारी को लेकर प्रस्ताव पास किया गया. लगभग दो करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक वीड हार्वेस्टर मशीन की खरीदारी की गई. इसकी डिलीवरी तीन सितंबर को नगर निगम हजारीबाग को की गई. उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने बताया कि हाई लेवल मॉनिटरिंग कमेटी 15वें वित्त आयोग से जेम पोर्टल के माध्यम से क्लिंटेक कंपनी से मशीन की खरीदारी की है. उन्होंने बताया कि वीड हार्वेस्टर मशीन के निगम में आ जाने से झील की सफाई का स्थायी समाधान संभव हो पाएगा. बताया कि इस प्रकार के फ्लोटिंग वीड हार्वेस्टर मशीन का प्रयोग जम्मू कश्मीर के डल झील, हैदराबाद के हुसैना बांध और गोरखपुर के रामगढ़ झील की सफाई के लिए की जाती है. इसे भी पढ़ें– BREAKING">https://lagatar.in/breaking-hemant-sarkar-introduced-the-confidence-motion-in-the-house-bjp-protested-the-debate-between-power-and-opposition-continues/">BREAKING

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नगर निगम की मेयर रोशनी तिर्की ने आरोप लगाया कि बोर्ड ने मशीन खरीदारी को लेकर प्रस्ताव पास किया. लेकिन मशीन आने की सूचना नगर निगम प्रशासन ने मेयर और किसी भी पार्षदों को नहीं दिया. रातों-रात मशीन का डेमो कर दिया गया. उन्होंने कहा कि अगर कोई बड़ी मशीन नगर निगम खरीदती है, तो इसकी सूचना जनप्रतिनिधियों को होनी चाहिए. मशीन से दिन के साथ रात में भी झील की सफाई हो सकती है. इसकी क्षमता इतनी है कि झील में फैले शैवाल, पतवार, जलकुंभी, प्लास्टिक व कांच की बोतल एवं अन्य अपशिष्टों को छान कर अलग कर सकती है. साथ ही झील के 10 फीट के अंदर तक जड़ जमा चुके शैवाल और पतवार को उखाड़ सकती है. इसे भी पढ़ें– हेमंत">https://lagatar.in/hemant-challenges-bjp-we-are-ready-to-show-power-inside-and-outside-the-house/">हेमंत

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