Hazaribagh: शहीद शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक की लापरवाही उजागर हुई है. मरीज ने चिकित्सक पर इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है. मरीज ने अस्पताल के आर्थोपेडिक विभाग के डॉ शंकर श्रीनिवास पर कमीशन के लिए एक महिला की टूटी हड्डी का 42 दिन के बाद भी ऑपरेशन ना करने का आरोप लगाया है.
मिली जानकारी के अनुसार मरीज सीता देवी उम्र लगभग 60 साल है. उनका पैर टूटने के बाद 23 मार्च से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है. उनका इलाज विभागाध्यक्ष डॉक्टर शंकर श्रीनिवास कर रहे हैं. लेकिन आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलने के बावजूद मरीज का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि सर्जरी के इनप्लांट के लिए 20 हजार का डिमांड डॉक्टर ने किया है. मरीज के परिजनों ने इसकी जानकारी मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डॉ विनोद कुमार को भी दी. साथ ही डीसी से लेकर जनप्रतिनिधि को वस्तुस्थिति की जानकारी दी गई. इसके बावजूद डॉक्टर ने ऑपरेशन नहीं किया.
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बताया जाता है कि इसकी जानकारी जब सदर विधायक मनीष जायसवाल को हुई तो वे गुरुवार को अस्पताल पहुंचे. उन्होंने सुपरिटेंडेंट डॉ विनोद कुमार को खरी-खोटी सुनाई. विधायक ने कहा कि लानत है ऐसे मैनेजमेंट पर, जहां एक गरीब महिला से 20 हजार ऑपरेशन करने के नाम पर मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर अस्पताल ऑपरेशन नहीं करा सकता तो हमलोग किसी निजी अस्पताल में गरीब महिला का ऑपरेशन कराएंगे. विधायक ने अस्पताल प्रबंधन की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाये. एक महीना 9 दिन बीत जाने के बावजूद सर्जरी क्यों नहीं हो पायी. इसका जवाब मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के पास भी नहीं है. ऐसे में अब डॉक्टर विनोद को इस बाबत शोकॉज भी किया गया है. प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि सरकार को इसकी जानकारी दी जाएगी. बता दें कि मेडिकल कॉलेज का यह कोई एक मामला नहीं है. ऐसे मामले होते रहते हैं. लेकिन आज जब विधायक और वरीय पदाधिकारी को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने सक्रियता दिखायी. तब अस्पताल प्रबंधन गंभीर हुई.
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