Chaibasa: कोरोना संक्रमण के दौरान अपने जान को जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को सरकार ने प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है. कई जिलों में स्वास्थ्यकर्मियों को प्रोत्साहन राशि (एक महीने के वेतन के बराबर) दिया जा रहा है. लेकिन चाईबासा में स्वास्थ्यकर्मियों को अबतक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है. इससे स्वास्थ्यकर्मियों में काफी आक्रोश है. सदर अस्पताल और सिविल सर्जन कार्यालय से जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि सरकार की ओर से यह स्पष्ट आदेश आया है कि जिन्होंने कोरोना काल में अपनी सेवा प्रदान दी है, उनकी सूची तैयार कर उन्हें एक माह के वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि दी जाए. ताकि उनका मनोबल ऊंचा बना रहे, लेकिन सिविल सर्जन के रवैये के कारण वे अबतक प्रोत्साहन राशि से वंचित हैं.
जिले के कई प्रखंडों के स्वास्थ्यकर्मियों को मिल चुका है प्रोत्साहन राशि
स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए कर्मी की पात्रता सुनिश्चित करने की पूरी जिम्मेदारी संबंधित कार्यालय प्रधान की है. इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव की ओर से सभी जिलों के सिविल सर्जन को एक मई को ही पत्र जारी किया गया था. राज्य के अधिकतर जिलों में प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया गया है. यहां तक कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में भी कई प्रखंडों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह राशि दे दी गई है, लेकिन चाईबासा के सदर अस्पताल और सिविल सर्जन कार्यालय से जुड़े लोगों को इसका भुगतान नहीं किया गया है. स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि विभाग का यही रवैया रहा तो हम मजबूरन आंदोलन करने पर बाध्य होंगे.
सिविल सर्जन ने कहा सरकार से नहीं मिला है स्पष्ट आदेश
इस संबंध में जब स्वास्थ्यकर्मियों ने सिविल सर्जन से बात की तो उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि प्रोत्साहन राशि देने के संबंध में कोई आदेश नहीं दिया गया है. सरकार ने केवल एक संकल्प पत्र निकाला है. केवल संकल्प पत्र के आधार पर कर्मियों को राशि नहीं दे सकते. इस संबंध में यदि कोई स्पष्ट आदेश आएगा, तो राशि का भुगतान कर दिया जाएगा.
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