Deoghar : देवघर में जमीन विवाद को लेकर अपराध की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है. कई लोगों को मौत के घाट भी उतार दिया गया है. अभी कुछ दिन पहले की ही बात है जब पप्पू सरदार नाम के व्यक्ति को देवघर के भू-माफिया ने कुंडा थाना क्षेत्र के कटिया के पास गोली मारकर हत्या कर दी. जिससे पूरे देवघर में दहशत का माहौल था. फिर देवघर नगर थाना क्षेत्र के हिरना मोहल्ले के महावीर कॉलोनी के पास 43 डिसमिल जमीन को लेकर स्थानीय लोगों ने भू-माफिया के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. महावीर कॉलोनी के लोगों ने स्थानीय एवं एसडीओ को इसके बारे में लिखित शिकायत भी दी, लेकिन आवेदनों पर अभी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो पाई है. मौजा स्थित जमीन कुल रकबा 709, 43 डिसमिल का सर्वे कराया गया तो प्रति कदीम के नाम से दर्ज है. यानी सरकारी जमीन है वर्तमान में उस जमीन में बजरंगबली का मंदिर भी बना हुआ है.
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सीओ, देवघर
जबरन जमीन घेराबंदी
स्थानीय आवेदक ललित कुमार मरीज एवं स्थानीय मोहल्ले वासी ने डीसी एवं एसडीओ को लिखित आवेदन भी किया कि भूमाफिया एवं कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा जमीन पर जबरन घेराबंदी की जा रही है. जब लोगों ने इसको लेकर विरोध किया तो उन लोगों ने जान से मारने की धमकी तक दे डाली. उक्त जमीन पर राजीव पंडित एवं अरुण पंडित असामाजिक तत्व मिलकर अवैध तरीके से घेराबंदी कर नाली को भर दिया. जिससे मोहल्ले के लोगों को बहुत ही परेशानी हो रही है. पहले भी भूमाफिया ने इस जमीन को बेचने की कोशिश की थी लेकिन देवगढ़ डीसी को इसके बारे में लिखित शिकायत दी गई. ऋषिकेश दुबे के नाम से पूर्व के एसडीओ के द्वारा 132/ 83/83/ बंदोबस्त कर दिया गया. उसके बाद 28 मार्च 1984 को तत्कालीन उपायुक्त संज्ञान लेते हुए दोनों पक्षों को सुनने के बाद ऋषिकेश दुबे को आदेश को निरस्त करने का आदेश दे दिया और उक्त विवादित जमीन के रोस्टर को बिहार के नाम से करने का आदेश दिया.
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केस नंबर 72/83/84 के आदेश को पहल करते हुए
तत्कालीन उपायुक्त ने फर्जी बंदोबस्ती को रद्द करने का आदेश दिया और एसडीओ, अंचलाधिकारी को कहा कि यह सुनिश्चित कराएं कि उक्त भूमि आम जनता के इस्तेमाल में रहे. साथ ही इसका उपयोग भविष्य में सार्वजनिक रूप से ही किया जाए.
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