Amit Singh
Ranchi : हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड(एचईसी) को 102 करोड़ का वर्क ऑर्डर नहीं मिल सका. यह वर्क ऑर्डर कंपनी को वित्तीय वर्ष 2023-24 के दूसरे क्वार्टर तक मिलने थे. कंपनी मैनेजमेंट ने वर्क ऑर्डर हासिल करने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था. इसकी जानकारी भारी उद्योग मंत्रालय को भी दी गई थी. मगर कंपनी की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वर्क ऑर्डर हासिल नहीं हो सका. स्थिति यही रही, तो चालू वित्तीय वर्ष में कंपनी वर्क ऑर्डर के निर्धारित लक्ष्य का 10 प्रतिशत भी हासिल नहीं कर सकेगा. सितंबर माह समाप्त होने के बाद तीसरा क्वार्टर शुरू हो जाएगा. पिछले दो क्वार्टर में कंपनी ने जितना निर्धारित वर्क ऑर्डर हासिल नहीं किया है, वह तीसरे क्वार्टर में जुड़ जाएगा. ऐसे में कंपनी को 31 दिसंबर तक करीब 350 करोड़ का वर्क ऑर्डर हासिल करना होगा. एचईसी के जिम्मेवारों का कहना है कि हर क्षेत्र में कंपनी का परफॉर्मेंस शून्य हो गया है. चालू वित्तीय वर्ष में किसी भी निर्धारित लक्ष्य को हासिल नहीं होगा. सबकुछ ऐसे ही चलता रहा, तो कंपनी स्वत: बंद हो जाएगी. क्योंकि भारी उद्योग मंत्रालय ने किसी भी प्रकार का सहयोग प्रदान करने से मना कर दिया है.
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650 करोड़ का वर्क ऑर्डर हासिल करने का लक्ष्य
एचईसी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 650 करोड़ का वर्क ऑर्डर हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसमें कंपनी को पहले क्वार्टर, यानि अप्रैल से जून तक में 10 करोड़ का वर्क ऑर्डर हासिल करना था. वहीं दूसरे क्वार्टर, यानि जुलाई से सितंबर तक के समयावधि में 92 करोड़ का वर्क ऑर्डर कंपनी का मिलना था. मगर कंपनी में काम बंद होने की सूचना के बाद से वर्क ऑर्डर देने वाली कंपनियों ने दूसरे का चयन कर लिया.
दो क्वार्टर में फेल, तीसरे में 230 करोड़ करना है हासिल
एचईसी ने पहले और दूसरे क्वार्टर में वर्क ऑर्डर का टारगेट हासिल नहीं किया. कंपनी के लिए मैनेजमेंट ने तीसरे क्वार्टर, यानि अक्टूबर से दिसंबर तक में 230 करोड़ का वर्क ऑर्डर हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. वर्तमान समय में कंपनी में पूरी तरह से काम बंद है. कर्मचारी कार्य स्थल पर आते हैं और समय काट कर वापस चले जाते हैं. प्लांट में प्रमुख फर्नेस और मशीनें ठप पड़ी हुई है. 19 माह से कंपनी के स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला. ऐसे में कंपनी के लिए तीसरे तीमाही में भी वर्क ऑर्डर का लक्ष्य हासिल करना बड़ी चुनौती है.
कंपनी को मंत्रालय से नहीं मिल रहा है सहयोग
एचईसी कंपनी ने चालू वित्तीय वर्ष के दूसरे तिमाही तक 400 करोड़ का वर्क ऑर्डर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया था. मगर अबतक लक्ष्य का पांच प्रतिशत भी हासिल नहीं हो सकता है. वर्तमान में ऐसे कई उपकरण है, जिनका निर्माण 60 से 90 प्रतिशत तक हो चुका है, मगर वर्किंग कैपिटल समाप्त होने की वजह से काम बंद हो गया. कंपनी में कच्चे माल की सप्लाई और वर्किंग कैपिटल जुटाने के लिए प्रबंधन की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं. आर्थिक संकट दूर होते ही आधे अधूरे मशीनों को पूरा कर आपूर्ति की जा सकेगी. एचईसी ने भारी उद्योग मंत्रालय से 1000 करोड़ रुपए के वर्किंग कैपिटल उपलब्ध कराने के लिए कई बार गुहार लगाई. मगर मंत्रालय ने साफ कर दिया था कि केंद्र सरकार एचईसी को किसी तरह की मदद नहीं करेगा. कंपनी को खुद के संसाधन से ही आर्थिक तंगी दूर करना होगा.
अप्रैल से सितंबर तक के लिए वर्क ऑर्डर का निर्धारित लक्ष्य, जो हासिल नहीं हो सका
माइनिंग सेक्टर -12करोड़
स्टील सेक्टर -3 करोड़
मशीन टूल्स – 2 करोड़
कोल प्रोजेक्ट -55 करोड़
अन्य सेक्टर -30 करोड़
कुल योग -102 करोड़
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