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एचईसी : कामगारों को खाने के लाले, ईएसआई से इलाज भी बंद

  • Shubham Kishor
Ranchi : हैवी इंजीनियरिंग कार्पोरेशन लिमिटेड (एचईसी) और यहां के कर्मचारियों की हालत दिन ब दिन बिगड़ती ही जा रही है. कर्मचारियों की तंगी इतनी बढ़ गयी है कि उन्हें और उनके परिजनों को खाने-पीने के भी लाले पड़ गये हैं. इतना ही नहीं गंभीर बीमारी होने पर ईएसआई से इलाज कराने की सुविधा भी बंद हो गयी है. एचईसी ने अधिकारियों को 18 माह और कर्मियों को 14 माह का वेतन नहीं मिला है. उनका डीए भी बंद हो गया है. प्लांट में खाना, पानी और एंबुलेंस समेत सभी सुविधाएं रोकी जा चुकी है.

ईएसआई को एचईसी ने पैसा जमा नहीं किया है : कुंदन

हैवी मशीन टूल्स प्लांट (एचएमटीपी) के कर्मी कुंदन शर्मा के पिता नारायण शर्मा बीते कई दिनों से बीमार चल रहे हैं. ईएसआई अस्पताल जाने पर इलाज के दौरान उन्हें कैंसर का पता चला. ईएसआई के सर्जिकल के डॉक्टर ने उन्हें टाटा ट्रस्ट के कैंसर हॉस्पिटल में रेफर किया. लेकिन ईएसआई रजिस्ट्रेशन करने वाले कर्मी ने बताया कि एचईसी द्वारा पैसा जमा नहीं किया जा रहा है, जिस कारण उन्हें रेफर नहीं किया जा सकता है. कर्मी कुंदन शर्मा ने बताया कि 14 माह का वेतन भी नहीं मिला है और जब ईएसआई की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब वह भी काम नहीं आई. अब वे अपने पिता का इलाज खुद के पैसे से  टाटा ट्रस्ट के कैंसर हॉस्पिटल में करा रहे हैं. जबकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. और कोई चारा भी नहीं है.

बच्चों का स्कूल फीस देने में असमर्थ- मो असलम

एचएमटीपी के कर्मी मो असलम ने बताया कि 14 माह का वेतन नहीं मिलने से जिंदगी बेपटरी हो गई है. कर्ज लेकर गुजर- बसर हो रहा है. परिवार के लोगों को आधे पेट ही भोजन करवा पा रहे हैं. बच्चों का स्कूल फीस भर पाने में भी असमर्थ गया हूं. समझ नहीं आ रहा है कि परिवार वालों को बेहतर जिंदगी कैसे दें. इसे भी पढ़ें – देवघर">https://lagatar.in/deoghar-the-state-government-is-serious-about-better-arrangements-in-shravani-mela-area-badal-patralekh/">देवघर

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