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हजारीबाग के आंगो से अवैध कोयला कारोबार जारी

Hazaribag: हजारीबाग में निजाम बदलने के बाद तमाम जगहों पर अवैध कोयला कारोबार बंद हो गया है, लेकिन एक जगह से अब भी जारी है. हर दिन 4-5 ट्रक कोयला अवैध तरीके से निकाला जा रहा है. यह काम बेरोक-टोक जारी है. जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, इसकी वजह को समझना मुश्किल नहीं है. 

 

हजारीबाग जिला में जिस जगह से अवैध कोयला का कारोबार चल रहा है, वह जगह है आंगो का चोयी बंदा जंगल. जो लोग अवैध काम में लगे हैं, उनके नाम हैं- रंजन सिंह, प्रभात, टुनटुन और अशोक महतो. सभी स्थानीय हैं. इन लोगों को मुन्ना नामक व्यक्ति का सपोर्ट मिल रहा है, जिसके बारे में चर्चा है कि वह एक पुलिस अफसर का रिश्तेदार है और नए निजाम से पुरानी पहचान है.

 

 

हजारीबाग के इस इलाके में अवैध कोयला कारोबार से जुड़े लोग कितने ताकतवर और आत्मविश्वास से लबरेज हैं कि वो जंगल में ही डीपो और 100 एमटी का धर्मकांटा भी लगा चुके हैं. ट्रैक्टर से कोयला डीपो में जमा किया जाता है और फिर धर्मकांटा पर वजन करके बिहार के अलग-अलग इलाकों में भेजा जाता है.

 

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खबर यह भी है कि करीब पांच दिन पहले वन विभाग ने चौपारण में अवैध कोयला लदा ट्रक (JH-02BM-5575) पकड़ा था. ट्रक को वन विभाग ने जब्त कर लिया है. साथ ही मामला दर्ज किया गया है. यह अवैध कोयला भी आंगो स्थित अवैध डीपो से ही लोड करके ले जाया जा रहा था. 

 

उल्लेखनीय है कि हजारीबाग जिला अवैध कोयला कारोबार के लिए चर्चित रहा है. हाल के दिनों में हजारीबाग के बड़कागांव, चरही, चुरचू समेत अन्य इलाकों में अवैध कोयला कारोबार होता रहा. जिम्मेदारों ने इस कदर चुप्पी साधी कि हजारीबाग में अवैध कोयला खनन के दौरान दो घटनाओं में हुई पांच लोगों की मौत ने भी उन्हें विचलित नहीं किया. सिक्कों की खनक ने मरने वालों के परिजनों की चित्कार को जिम्मेदारों के कानों तक पहुंचने ही नहीं दिया. डब्बू नामक व्यक्ति लगातार अवैध कारोबार करता रहा और सिस्टम सोता रहा.