पुलिसकर्मी हत्याकांड : माओवादियों को विस्फोटक सप्लाई करने वाले से एनआईए कर रही पूछताछ
2018 से 2022 तक वकीलों घटी घटना
- साल 2018 में गढ़वा में तत्कालीन एसपी मो अर्शी के बॉडीगार्ड ने अधिवक्ता आशीष दुबे के साथ मारपीट की.
- साल 2018 में ही अधिवक्ता अश्विनी कुमार के घर का गेट काटकर पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार किया.
- रांची में अधिवक्ता रामप्रवेश सिंह के घर में घुसकर अपराधियों ने वकील की हत्या कर दी थी. यह घटना 2019 को घटित हुई थी.
- साल 2020 में जमशेदपुर में अधिवक्ता प्रकाश यादव की हत्या कर दी गई थी.
- रांची की एक महिला अधिवक्ता के साथ साल 2021 में पुलिस द्वारा बदसलूकी की गई थी.
- रांची के वकील मनोज झा की साल 2021 में तमाड़ में हत्या कर दी गई थी.
- साल 2021 में हाईकोर्ट की महिला अधिवक्ता तलत परवीन को केस हारने पर उनके ही मुवक्किल ने जान मारने की धमकी दी थी.
- स्टेट बार काउंसिल के सदस्य हेमंत शिकरवार पर साल 2022 के जनवरी में हमला किया गया था.
- साल 2022 के फरवरी माह में साहिबगंज के अधिवक्ता मो इक़बाल के घर पर हमला किया गया है
- कुछ दिन पूर्व रांची जिला बार एसोसिएशन के प्रशासनिक सचिव पवन खत्री के साथ सिविल कोर्ट परिसर में मारपीट की गई है.
- पवन खत्री के साथ हुई मारपीट के कुछ घंटे बाद ही जमशेदपुर के अधिवक्ता गौरव पाठक को भी अपराधियों ने धमकी दी है.
के IPO पर आज मंत्रिमंडल की बैठक, FDI पॉलिसी पर होगा विचार
केस हारना भी वकीलों के लिए परेशानी
इन सभी घटनाओं को देखने के बाद ऐसा लगता है कि केस हारना भी वकीलों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. इतना ही नहीं कुछ मामलों में विपक्षी भी वकीलों को पैरवी करने से रोकने की कोशिश करते हैं और ऐसा नहीं करने पर धमकी भी मिलती है. इसे भी पढ़ें - ऋद्धिमान">https://lagatar.in/wriddhiman-saha-case-bcci-formed-three-member-committee-investigation-will-start-from-next-week/">ऋद्धिमानसाहा मामला : BCCI ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी, अगले सप्ताह से शुरू होगी जांच [wpse_comments_template]

Leave a Comment