LagatarDesk : दैनिक भास्कर ने नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट के दस मंत्रियों के ग्यारह सौ से अधिक ट्वीट्स का विश्लेषण किया है, जिसके अनुसार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान इन मंत्रियों ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के ज़रिए एक भी कोविड पीड़ित को ऑक्सीजन सिलेंडर या अस्पताल में बेड दिलाने में मदद नहीं की.
दैनिक भास्कर ने अपनी एक रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट के 10 मंत्रियों के 1,110 ट्वीट्स का विश्लेषण किया, जो कोविड-19 संक्रमण की दूसरी और तेज लहर के दौरान 1 मई से 14 मई तक किए गए थे.
रिपोर्ट से पता चला कि
● किसी भी मंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से एक भी कोविड-19 पीड़ित को ऑक्सीजन सिलेंडर या अस्पताल का बिस्तर खोजने में मदद नहीं की, जबकि लोग ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बेड पाने के लिए बेहद परेशान हो रहे थे.
● गृह मंत्री अमित शाह ने 1 मई से 14 मई के बीच कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों से जुड़ा सिर्फ एक ट्वीट किया. शाह की ट्विटर टाइमलाइन में चुनाव, जन्मदिन और पुण्यतिथि और शोक से संबंधित अधिक पोस्ट पाए गए और इसे देखकर ऐसा लगता ही नहीं है कि भारत महामारी की दूसरी लहर के दौर से गुजर रहा था.
● जब महामारी से निपटने को लेकर देश से विदेश तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था, तब एक भाजपा नेता द्वारा उनके बचाव में लिखे गये एक लेख को साझा करने के लिए कई मंत्री सामने आये और उस लेख को साझा किया.
● इसी अवधि के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोविड-19 की तैयारियों से संबंधित केवल पांच ट्वीट किए, जिसमें सेना के प्रयास और उनकी लखनऊ यात्रा शामिल से जुड़े ट्वीट शामिल हैं. उन्होंने मोदी के कुछ ट्वीट्स को रीट्वीट भी किया है.
● विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 1-14 मई के बीच कोविड-19 की तैयारी से संबंधित 37 ट्वीट किए. इनमें से अधिकांश ट्वीट्स ने भारत को कोविड-19 संबंधित चिकित्सा आपूर्ति के लिए अन्य देशों के प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया और इसमें जी-7 शिखर सम्मेलन के अपडेट शामिल थे.
● जी-7 शिखर सम्मेलन में कुछ भारतीय प्रतिनिधियों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद जयशंकर ने वर्चुअल बैठकें आयोजित करने के बारे में ट्वीट किया. कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने वाले कुछ लोगों के संपर्क में आने के कुछ दिनों बाद 8 मई को उन्होंने ट्वीट किया कि उन्हें कोविड-19 नहीं है.
● वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कुल 48 ट्वीट किए, जिनमें से 22 कोविड-19 से संबंधित थे. उनका एक ट्वीट टीकों पर जीएसटी से जुड़ा था. अन्य ट्वीट में पीएम-किसान, आवास योजनाओं आदि की बात की गयी. उन्होंने भी प्रधानमंत्री मोदी के कई ट्वीट्स को रीट्वीट किया.
● केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस दौरान 247 बार ट्वीट किया. उनके अधिकांश ट्वीट कोविड-19 से संबंधित थे, जिनमें मामलों के आंकड़े, टीकों के बारे में जानकारी और उनके द्वारा किए गए अस्पताल के दौरे और सरकार के प्रयास शामिल थे. कई ट्वीट्स में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार का बचाव किया क्योंकि उन्हें कुप्रबंधन के सवालों का सामना करना पड़ा था.
● केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ज्यादातर ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ को लेकर ट्वीट किया. उनके कुछ ट्वीट्स ने देश में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों का भी बचाव किया.
● 1 से 14 मई तक केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की ट्विटर टाइमलाइन में टीकों पर अपडेट और सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की गयी है. उन्होंने मोदी, भाजपा और पीआईबी के ट्विटर हैंडल के कई ट्वीट्स को रीट्वीट भी किया है.
● शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 285 ट्वीट किए. इनमें से 83 ट्वीट्स कोविड-19 से संबंधित थे, जिनमें टीकों पर संदेश और वायरस के प्रति जागरूकता शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक, कम से कम 24 ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की गई.
● केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के 32 ट्वीट कोविड-19 से संबंधित थे, जिनमें आधिकारिक बैठकों के अपडेट, नागपुर में टीकाकरण अभियान और रेमेडिसविर के उत्पादन की निगरानी के लिए वर्धा में जेनेटिक लाइफ साइंसेज की यात्रा करना शामिल है.
● नितिन गडकरी के ट्वीट में उन्होंने अपने कई सहयोगियों के विपरीत, अपने किसी भी ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी का उल्लेख नहीं किया है.
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