Ranchi : नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का जमीन वापसी के सरकार के निर्णय से आंदोलकारियों में काफी खुशी हैं. खुशी जाहिर करने और सरकार को धन्यवाद देने के लिए नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के आंदोलनकारियों ने विजय जुलूस निकाला है. यह जुलूस डांगराटोली चौक से शुरू होकर अल्बर्ट एक्का चौक तक जायेगी. जिसमें सैकड़ों की संख्या में फील्ड फायरिंग रेंज के लोग और नेतृत्वकर्ता शामिल हुए है. पढ़ें – रांची : बोडेया में 356 साल पुराने कृष्ण मंदिर में दर्शन मात्र से होती है हर मनोकामना पूर्ण
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डांगरा टोली से अल्बर्ट एक्का चौक तक निकाली गयी विजय जुलूस
नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज में अवधि विस्तार प्रस्ताव को विचाराधीन प्रतीक नहीं होने के बिंदु पर अनुमोदन दिया है.
बता दें कि 1964 में शुरू हुए नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का तत्कालीन बिहार सरकार द्वारा 1999 में अवधि विस्तार किया गया था. मुख्यमंत्री ने जनहित को ध्यान में रखते हुए नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को फिर से अधिसूचित नहीं करने के प्रस्ताव पर सहमति प्रदान की है. जिसके बाद नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के लगभग 238 गांवों के हजारों लोगों ने डांगरा टोली से अल्बर्ट एक्का चौक तक विजयी यात्रा कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आभार प्रकट किया. साथ ही अल्बर्ट एक्का चौक पर सभी लोगों द्वारा खुशियां मनाई जा रही है लोग अपने पारंपरिक गानों के साथ अल्बर्ट एक्का चौक पर झूमते नजर आ रहे थे और सभी लोगों ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी प्रकट की.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का धन्यवाद- अनिल पन्ना
जुलूस में शामिल अनिल पन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का हम धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने हम सभी आदिवासी लोगों के घरों को बचाया है. क्योंकि आदिवासी अपने जल जंगल जमीन से जाने जाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज कि जब से शुरुआत हुई थी तब से ही लोगों में काफी डर बैठ गया था गोलियों की आवाज से लोग सहम जाते थे.
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30 वर्षों के आंदोलन के बाद सफलता मिली- संतोष तिर्की
संतोष तिर्की ने बताया कि 30 वर्षों के आंदोलन के बाद सफलता मिली है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को फिर से अधिसूचित नहीं करने के प्रस्ताव पर सहमति दी है जिससे हम सभी काफी खुश हैं.उन्होंने बताया कि इन 30 वर्षों के आंदोलन में कई आंदोलनकारियों की जान भी गई है.