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इंडिया अलायंस ने CEC  की प्रेस कॉन्फ्रेंस को गुमराह करने वाला बताया, लोकसभा भंग करने की मांग

New Delhi :   इंडिया अलायंस के नेताओं ने आज सोमवार को कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (CCI) में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इंडिया अलायंस ने रविवार को CEC  द्वारा आयोजित प्रेस कॉंफ्रेंस को जनता को गुमराह करने वाला करार दिया.

 

 

 

 

विपक्ष ने बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का विरोध करते हुए आयोग पर फिर वोट चोरी के आरोप लगाये. प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि चुनाव आयोग ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी द्वारा उठाये गये मुद्दों में से किसी का भी जवाब नहीं दे सका.   

 

 

 गोगोई ने कहा कि SIR पर सुप्रीम कोर्ट में चर्चा की गयी. कोर्ट ने चुनाव आयोग के सभी तर्कों को कोर्ट ने नकार दिया है. कहा कि कल EC ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह नहीं बताया कि SIR इतनी हड़बड़ी में क्यों हो रहा है.  इसपर EC ने चुप्पी साध ली.  आयोग अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है.

 

 

गौरव गोगोई ने एक बार फिर महाराष्ट्र का जिक्र करते हुए  आरोप लगाया कि वहां मतदाता सूची में नाम बढ़ाये गये. कहा कि कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा में मतदाता सूची में गड़बड़ियां सामने आयी हैं. कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारी विपक्ष द्वारा लगाये जा रहे किसी भी आरोप की जांच नहीं कर रहे. 

 


प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद टीएमसी सांसद  महुआ मोइत्रा का कहना था कि फर्जी मतदाता सूचियों को लेकर पूर्व चुनाव आयुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने लोकसभा को तुरंत भंग किये जाने की बात कह कर चौंका दिया.   महुआ मोइत्रा ने कहा किपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डुप्लिकेट वोटर आईडी कार्ड का मुद्दा उठाया था, लेकिन आयोग ने इस पर कुछ नहीं किया.

 

 

महुआ मोइत्रा ने कहा कि यह कैसे संभव है कि मृत लोग ड्राफ्ट सूची में हैं और जीवित लोग हटाई गयी सूची में हैं?  एक मृत व्यक्ति ड्राफ्ट सूची में कैसे हो सकता है? यह केवल इसलिए हो सकता है क्योंकि बीएलओ स्वयं फॉर्म पर हस्ताक्षर कर रहे थे  मुख्य चुनाव आयुक्तों का काम विपक्ष पर हमला करना नहीं है. आपका काम विपक्ष द्वारा उठाये गये वैध प्रश्नों पर विस्तार से जाना है. 

 

राजद सांसद मनोज झा ने कहा, आपने पूरे विपक्ष को चुनाव आयोग के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते कभी नहीं देखा होगा. कल की ब्रीफिंग में चुनाव आयोग ने हमारी चिंताओं को स्पष्ट नहीं किया.  आरोप लगाया कि रविवार को जानबूझकर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार के सासाराम में राहुल जी और तेजस्वी जी की यात्रा से ध्यान हटाने के लिए की गयी थी. 

 

 सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि चुनाव आयोग के उस दावे को नकार दिया कि विपक्ष बिना किसा प्रमाण के आरोप लगा रहा है. आयोग कह रहा है कि  कोई हलफनामा नहीं दिया गया है, यह गलत है.  

 

श्री यादव ने कहा कि आयोग राहुल गांधी से बार-बार शपथपत्र मांग रहा है, लेकिन हम कई बार(2018 से)चुनाव आयोग को शिकायत के साथ हलफनामा दे चुके हैं. कहा कि सपा नेताओं ने 2022 में 18, 000 वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाने का हलफनामा दिया था, लेकिन चुनाव आयोग ने चुप्पी साध ली.

 

 
मामला यह है कि चुनाव आयोग ने कल रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस और राहुल गांधी के आरोपों को तथ्यों और तर्कों के साथ काउंटर किया था. CEC ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी को चेताया था कि वे अपने आरोपों की पुष्टि के लिए हलफनामा दें या देश से माफी मांगें? कहा था कि अगर राहुल गांधी 7 दिन के अंदर हलफनामा नहीं देंगे,  तो उनके आरोप तथ्यहीन और निराधार साबित होंगे.  

 

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