Ranchi: झारखंड में बेहतर पुलिसिंग के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन सर्वे रिपोर्ट का दावा है, कि राज्य में पुलिसिंग की स्थिति पहले की तुलना में और गिरी है. टाटा ट्रस्ट नाम की संस्था की इंडिया जस्टिस रिपोर्ट- 2025 के अनुसार, पिछले पांच साल में राज्य की पुलिसिंग खराब हुई है. हालत यह है कि 2020 में 09 वें रैंक पर थी.
वहीं साल 2021 में सुधार करते हुए छठे रैंक पर पहुंच गई. लेकिन साल 2022 में स्थिति और खराब हो गई. झारखंड पुलिस 11वें स्थान पर आ गई और 2025 आते-आते झारखंड पुलिस की स्थिति और खराब हो गई, पुलिस झारखंड पुलिस 12 वें स्थान पर आ गई.
एक करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्यों में तेलंगाना पहले स्थान पर है. जबकि झारखंड का पड़ोसी राज्य ओडिशा आठवें और बिहार दसवें स्थान पर है.
गौरतलब है कि इंडिया जस्टिस रिपोर्ट की शुरुआत टाटा ट्रस्ट ने 2019 में की थी. मंगलवार को चौथी रिपोर्ट जारी हुई है. यह रिपोर्ट सेंटर फॉर सोशल जस्टिस, कॉमन कॉज, कॉमनवेल्थ, ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव, दक्ष, टीआईएसएस-प्रयास, विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी और हाउ इंडिया लिव्स जैसी संस्थाओं के सहयोग से तैयार की गई है.
न्याय दिलाने में झारखंड की स्थिति पहले से हुई खराब
इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2025 के मुताबिक, लोगों को न्याय दिलाने में झारखंड की स्थिति पहले की तुलना में काफी खराब हुई है. इस मामले में झारखंड साल 2025 में 13वें स्थान पर है, जबकि 2022 में सातवें,2020 में आठवां और 2019 में 16 वें स्थान पर था.
टाटा ट्रस्ट ने यह रैंकिंग देश के 18 बड़े व मध्यम राज्यों के प्रदर्शन के आधार पर तैयार की है. वहीं इस मामले में केरल पहले नंबर पर है. पड़ोसी राज्य बिहार 15वें स्थान पर है.
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