Mumbai : आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक 6 जून से शुरू होगी. जो 8 फरवरी तक चलेगी. बैठक के बाद आरबीआई के गवर्नर नीतिगत दरों पर अपना फैसला सुनायेंगे. एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार होने वाली एमपीसी की 43वीं बैठक में आरबीआई ब्याज दर को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रख सकता है. इससे पहले अप्रैल में भी आरबीआई ने रेपो दर में बदलाव नहीं किया था. (पढ़ें, विश्व पर्यावरण दिवस पर सेल का साइकिलिंग और पौधारोपण कार्यक्रम)
थोक और खुदरा मुद्रास्फीति कम हुई, ऐसे में रेपो रेट में वृद्धि की संभावना कम
बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर रजनीश कर्नाटक ने कहा कि रिजर्व बैंक ने पहले ही नीतिगत दर रेपो रेट 2.5 प्रतिशत बढ़ा दी है. रेपो रेट पहले ही काफी बढ़ चुकी है और मुद्रास्फीति नीचे आ गयी है. पहले की तुलना में थोक और खुदरा मुद्रास्फीति कम हुई है. ऐसे में अब रेपो रेट में वृद्धि होने की कम संभावना है. बैंक ऑफ महाराष्ट्र के इक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आशीष पांडेय ने कहा कि दर बदलने से पहले आरबीआई “अपनी इंतजार करो और देखो की नीति” पर कायम रहेगा.
इसे भी पढ़ें : मैडम क्या फिगर है, महिला सहकर्मी पर कमेंट करना पड़ा भारी, कोर्ट ने जमानत नहीं दी, कहा, यह सेक्शुअल हैरेसमेंट का मामला