Ranchi : पुलिस की दो बड़ी जांच एजेंसियां सीआईडी और एसीबी है. भ्रष्टाचार और अपराध से संबंधित मामले की जांच की जिम्मेवारी इन ही दोनों जांच एजेंसियों के ऊपर होती है. हाल के वर्षों में सीआईडी और एसीबी ने कई बड़े मामले को टेकओवर किया है. लेकिन सही समय पर बड़े मामले का जांच पूरी नहीं कर पा रही है.
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50 करोड़ की दवा खरीद मामले में जांच एसीबी कर रही
स्वास्थ्य विभाग में 50 करोड़ रुपये से अधिक की गैरजरूरी दवाओं की खरीद और उसे गोदाम में सड़ाने के मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बीते 14 अक्टूबर 2020 शुरू की है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर एसीबी ने इस मामले में पीई दर्ज की थी. 20 सितंबर को सीएम ने 50 करोड़ के गैरजरूरी दवाओं की खरीद व उसकी बर्बादी के मामले में एसीबी जांच के आदेश दिए थे. 17 दिसंबर 2018 को मीडिया रिपोर्ट्स में दवाओं की खरीद व सड़ने की खबरें आयी थीं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद इस मामले में स्वास्थ्य विभाग से भी जांच के संबंध में मंतव्य की मांग की गई थी.
स्वास्थ्य विभाग ने भी जांच संबंधी मंतव्य एसीबी को भेजा है जिसके बाद एसीबी ने पीई दर्ज की है. एसीबी ने पीई में झारखंड मेडिकल एंड हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन अधिकारियों व कर्मियों को आरोपी बनाया है. हालांकि अबतक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो पायी है.
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बड़कागांव से अमन साहू के फरारी मामले की जांच
रामगढ़,रांची,चतरा,हजारीबाग,लातेहार में सक्रिय अपराधी अमन साहू को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पिछले साल 27 सितंबर को बड़कागांव थाना हाजत से अमन साहू की फरारी मामले में दर्ज कांड संख्या 169/19 की जांच सीआइडी कर रही है. कांड के सूचक चौकीदार भुवनेश्वर पासवान, तत्कालीन बड़कागांव थाना प्रभारी (अब बर्खास्त) मुकेश कुमार और एसडीपीओ अनिल सिंह सहित अन्य से सीआइडी पूछताछ कर चुकी है. पूछताछ और कांड में बताये गये तथ्यों के आधार पर सीआइडी के सामने कई विरोधाभाषी बातें सामने आयी थीं.इस मामले में दारोगा मुकेश कुमार पर सीआईडी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. लेकिन इस मामले की जांच अबतक पूरी नहीं हो पायी है.
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कोयला तस्करी में पुलिस अफसरों की भूमिका की CID कर रही जांच
मगध-आम्रपाली कोल परियोजना के प्रोजेक्ट अफसर की शिकायत पर बालूमाथ इलाके में कोयला तस्करी की जांच सीआइडी कर रही है. सीआइडी ने लातेहार पुलिस के एसआइटी द्वारा की गयी जांच में आये तथ्यों के आधार पर केस को टेकओवर किया है. इस संबंध में बालूमाथ थाना में दर्ज केस 126/20 के अनुसंधान की जिम्मेदारी डीएसपी स्तर के अधिकारी जेपी चौधरी को दी गयी है. सीआइडी कोयला तस्करी में लातेहार के एसडीपीओ रहे रणवीर सिंह, बालूमाथ के थानेदार रहे राजेश मंडल और पूर्व में बालूमाथ में तैनात रहे पुलिस अफसरों के अलावा चतरा, रांची, रामगढ़ समेत अन्य जिलों में कोयला तस्करी में शामिल अफसरों की भूमिका की जांच करेगी. कोयला तस्करी में सीसीएल के अफसरों-कर्मियों की भूमिका की जांच भी सीआइडी कर रही है. लेकिन अबतक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो पायी है.
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