Ranchi: आईएसआईएस (ISIS) झारखंड मॉड्यूल मामले का भंडाफोड़ करने के लिए एनआईए ने छह राज्यों में नौ स्थानों पर छापेमारी की है. देश में आतंक फैलाने की साजिश में शामिल राहुल सेन उर्फ उमर उर्फ उमर बहादुर को NIA ने गिरफ्तार किया है. उसके पास से इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल डिवाइस (लैपटॉप, पेन ड्राइव ), कई आपत्तिजनक सामग्री, एक चाकू, एक पर्दा और आईएसआईएस से संबंधित कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं. छह राज्यों में एनआईए ने जिन स्थानों पर छापेमारी की है, उसमें बिहार के सीवान, उत्तरप्रदेश का जौनपुर, आज़मगढ़ और महाराजगंज, मध्य प्रदेश के रतलाम, पंजाब के लुधियाना, गोवा के दक्षिण गोवा, कर्नाटक के यादगीर और महाराष्ट्र के मुंबई शामिल हैं.
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यह मामला आईएसआईएस मॉड्यूल से संबंधित है. जिसका खुलासा इस साल जुलाई में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के एक छात्र फैजान की गिरफ्तारी के साथ हुआ था. छात्र फैज़ान मूल रूप से लोहरदगा जिले का रहने वाला है. वह एएमयू परिसर के पास रहने के दौरान आईएसआईएस से जुड़े कट्टरपंथी व्यक्तियों के संपर्क में आया था. जिसके बाद 23 साल के उमर को आईएसआईएस के दुष्प्रचार के प्रसार सहित आतंकी साजिश में सक्रिय भूमिका के लिए रतलाम से गिरफ्तार किया गया था. जांच में खुलासा हुआ कि विभिन्न आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भोले-भाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम का सहारा लिया जा रहा था. एनआईए ने आईएसआईएस से संबंधित वीडियो सहित कई आपत्तिजनक सामग्री डेटा भी जब्त किए गए थे. इस मामले की जांच एनआईए ब्रांच रांची कर रही है.
झारखंड आतंकी मॉड्यूल की साजिश रची थी
एनआईए की जांच से पता चला है, कि लगभग 19 साल के फैजान ने आईएसआईएस को सक्रिय समर्थन प्रदान करके आतंकवादी गतिविधियों में सहायता करने और बढ़ावा देने के इरादे से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने सहयोगियों और अज्ञात अन्य लोगों के साथ झारखंड आतंकी मॉड्यूल की साजिश रची थी. इस साजिश का उद्देश्य था कि आईएसआईएस की ओर से भारत में हिंसक आतंकी हमले करना और प्रतिबंधित संगठन के लिए काम करने के लिए युवाओं की भर्ती करना.
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एनआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि एएमयू में बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स का छात्र फैजान यूनिवर्सिटी कैंपस के पास एक लॉज में रहता था. वहां पढ़ाई के दौरान वह कुछ कट्टरपंथी व्यक्तियों के संपर्क में आया जो आईएसआईएस के गुर्गों के संपर्क में थे. उन्होंने एक बंद समूह बनाया, जो दूसरों को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था. फैजान ने भारत में हिंसक हमलों को अंजाम देने के लिए कमजोर युवाओं को प्रभावित करने और भर्ती करने के लिए आईएसआईएस के वैचारिक वीडियो का भी प्रचार किया था. वह भारत में आईएसआईएस कैडर का विस्तार करने के लिए नव-धर्मांतरित लोगों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकवादी समूह में लाने की प्रक्रिया में था. इसके अलावा, वह विदेश स्थित आईएसआईएस संचालकों के संपर्क में था, जो उसे आईएसआई की विचारधारा फैलाने में मार्गदर्शन कर रहे थे. उन्होंने भारत में अपना काम पूरा करने के बाद विदेशी आईएसआईएस संघर्ष थियेटर में प्रवास करने पर भी विचार किया था. इस मामले में एनआईए की जांच जारी है. [wpse_comments_template]
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