Kabul : आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने उत्तरी अफगानिस्तान में शिया मुस्लिम नमाजियों से भरी एक मस्जिद हुए बम धमाके की जिम्मेदारी ली है. कहा कि उसके आत्मघाती हमलावर ने घटना को अंजाम दिया है. बता दें कि शुक्रवार को हुए विस्फोट में 100 से ज्यादा लोग हताहत होने की खबर है. कम से कम 46 लोग मारे गये और दर्जनों अन्य घायल हो गये.
इसे भी पढ़ें : लखीमपुर खीरी हिंसा : सिद्धू भूख हड़ताल पर बैठे, कहा, मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी तक नहीं हटेंगे
हमले में शियाओं और तालिबान दोनों को निशाना बनाया गया
आईएस से जुड़ी अमाक समाचार एजेंसी ने कुंदुज प्रांत स्थित मस्जिद में दोपहर की नमाज के दौरान हुए विस्फोट की घटना के कुछ घंटे बाद यह जानकारी दी. दावा किया कि आईएस ने आत्मघाती हमलावर की पहचान एक उइगर मुस्लिम के तौर पर की. कहा कि हमले में शियाओं और तालिबान दोनों को निशाना बनाया गया. कहा कि चीन से उइगरों की मांगों को पूरा करने में बाधा बन रहे हैं, इसलिए निशाना बनाया.
इसे भी पढ़ें : RBI के पूर्व गवर्नर रंगराजन ने कहा, 2025 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य असंभव
46 नमाजियों की मौत हो गयी
तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी के अनुसार 46 नमाजियों की मौत हो गयी, 143 लोगों के घायल होने की बात कही. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच तेजी से चल रही है. जान लें कि इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकवादियों का अफगानिस्तान के शिया मुस्लिम अल्संख्यकों पर हमला करने का लंबा इतिहास रहा है. कल शुक्रवार को जिन लोगों को निशाना बनाया गया, वे हजारा समुदाय से हैं. वे सुन्नी बहुल देश में लंबे समय से भेदभाव का शिकार बनते रहे हैं,
गोजर ए सैयद अबाद मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के दौरान विस्फोट ऐसे समय में हुआ है, जब तालिबान सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश कर रहा है और उसके लिए यह एक नयी सुरक्षा चुनौती है
इसे भी पढ़ें : लखीमपुर खिरी हिंसा : सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को फटकारा, मामला 302 का है तो गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई
नमाज शुरू होने के साथ विस्फोट हुआ
प्रत्यक्षदर्शी अली रेजा ने बताया कि वह विस्फोट के समय नमाज अदा कर रहे थे और उन्होंने कई हताहतों को देखा. घटनास्थल की जो तस्वीरें और वीडियो सामने आये हैं, उनमें बचावकर्मी मस्जिद से कंबल में लिपटे शवों को एंबुलेंस में रखते दिखाई दे रहे हैं. स्थानीय निवासी हुसैनदाद रेजायी ने बताया कि विस्फोट होने के तुरंत बाद वह मस्जिद की ओर दौड़े. उन्होंने कहा, ‘नमाज शुरू होने के साथ विस्फोट हुआ. मैं अपने रिश्तेदारों को तलाशने के लिए वहां पहुंचा. मस्जिद लोगों से भरी हुई थी.
शियाओं को सुरक्षा मुहैया कराने का आग्रह
तालिबान के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान के विशेष बल मौके पर पहुंच गये हैं और घटना की जांच कर रहे हैं. अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने शुक्रवार के हमले की निंदा की और कहा कि यह धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर की जाने वाली हिंसा की पद्धति का हिस्सा है. प्रमुख शिया धर्मगुरु सैयद हुसैन अलीमी बल्खी ने हमले की निंदा करते हुए तालिबान से अफगानिस्तान में शियाओं के लिए सुरक्षा मुहैया कराने का आग्रह किया है