Tehran : इज़राइली हमले में ईरान के कम से कम छह प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों के मारे जाने की खबर है. उसके परमाणु साइट तबाह हो गये हैं.बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को भी नुकसान पहुंचा है.
US President Donald Trump posts, "I gave Iran chance after chance to make a deal. I told them, in the strongest of words, to "just do it," but no matter how hard they tried, no matter how close they got, they just couldn't get it done...There has already been great death and… pic.twitter.com/RnD03bXuSY
— ANI (@ANI) June 13, 2025
मारे गये टॉप वैज्ञानिकों में अब्दुल हमीद मिनोउचहर, अहमदरज़ा ज़ोल्फ़ाघारी, सैयद अमीरहोसेन फेक्ही, मोत्लाबीज़ादेह, मोहम्मद मेहदी तहरेनची और फेरेदून अब्बासी शामिल हैं. जानकारों का मानना है कि इन छह वैज्ञानिकों की मौत से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को गहरा नुकसान पहुंचा है.
इससे यूरेनियम संवर्धन और रिएक्टर डिज़ाइन में देरी हो सकती है. परमाणु हथियार विकास में शामिल विशेषज्ञों की कमी से ईरान की थ्रेशहोल्ड स्थिति कमजोर हो जायेगी.
ईरान की मस्जिद पर लाल झंडा फहराया गया
खबर है कि इजराइली हमले के बाद ईरान की मस्जिद पर लाल झंडा फहरा दिया गया है. पारंपरिक रूप से इसे इंतकाम का प्रतीक माना जाता है. यह झंडा ईरान की धार्मिक और राजनीतिक व्यवस्था का बड़ा संदेश है कि जवाबी कार्रवाई अब तय मानी जा रही है.
यह कदम सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई के आदेश पर उठाया गया है. मस्जिदों पर लाल झंडा फहराना इस बात का संकेत है कि ईरान अब युद्ध के मोड में है.
ईरान ने इस हमले को परमाणु आतंकवाद करार देते हुए राइल व अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है. उसने संयुक्त राष्ट्र में शिकायत की है. बदला लेने की बात कही है. संयुक्त राष्ट्र को भेजे गये एक पत्र में ईरान ने इस हमले के बाद तत्काल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है.
UN को भेजे पत्र में ईरान ने कहा है, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान इन कायरतापूर्ण और गैरकानूनी कृत्यों का निर्णायक, आनुपातिक और निवारक तरीके से अपने द्वारा चुने गये समय और स्थान पर जवाब देगा. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर कहा है कि इजरायल की आक्रामकता युद्ध की घोषणा है.
अराघची ने IAEA चीफ ग्रॉसी से ईरान के परमाणु स्थलों के खिलाफ इजरायली हमले की निंदा करने का आग्रह किया है.
इजरायली हमले में देश की टॉप लीडरशिप के खो जाने से ईरान बौखलाया हुआ है. ईरानी मीडिया के अनुसार ईरान के रक्षा मंत्री अज़ीज़ नसीरजादेह ने कहा है कि इजरायल हमारी कुचल देने वाली प्रतिक्रिया का इंतजार करे.
ईरान ने स्वीकार किया है कि इजराइला हमले में ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी; इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी; खतम अल-अनबिया सेंट्रल मुख्यालय के कमांडर मेजर जनरल घोलम अली राशिद मार दिये गये हैं. कम से कम 20 टॉप कमांडर मारे गये हैं . ईरान ने 6 परमाणु वैज्ञानिकों के मारे जाने की बात भी स्वीकार कर ली है.
ईरान के सर्वोच्च मजहबी नेता अली खामेनेई ने इजरायल को दंड देने की धमकी दी है. अली खामेनेई ने कहा, "जायोनी शासन को कठोर सज़ा की उम्मीद करनी चाहिए. ईरान की सशस्त्र सेनाओं का शक्तिशाली हाथ उन्हें सज़ा दिये बिना नहीं छोड़ेगा.
ट्रंप ने ईरान को परमाणु डील करने की धमकी दी
ईरान-इजराइल के बीच जारी तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान के पास अब भी मौका है कि वह परमाणु डील कर ले, वरना उसे और भारी तबाही झेलनी पड़ेगी. दावा किया कि इजराइल के पास ऐसे खतरनाक हथियार हैं जिनसे कोई नहीं बच सकता. ट्रंप ने दावा किया कि ईरान में जो लोग इस परमाणु डील का विरोध कर रहे थे, वे अब जिंदा नहीं हैं.
रूस इजराइली हमले पर बरसा
रूस ने ईरान पर इजराइली हमले को अवैध और बिना उकसावे वाला करार दिया. रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि किसी संप्रभु राष्ट्र, उसके नागरिकों और परमाणु ढांचे पर हमला करना संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है. रूस ने इस हमले को पूरी तरह अस्वीकार्य बताया.
अफ्रीकी यूनियन (AU) के चेयरपर्सन महमूद अली यूसुफ ने बयान जारी कर कहा कि इजराइल द्वारा तेहरान समेत 100 से अधिक ठिकानों पर किया गया हमला मध्य पूर्व में हिंसा को और भड़का सकता है. उन्होंने तुरंत संघर्ष विराम की अपील करते हुए सभी पक्षों से संयम बरतने को कहा.