Ranchi: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के कर्मियों पर व्यवसायी कमल भूषण हत्याकांड के सरकारी गवाह को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है. इसे लेकर सरकारी गवाह बना मुनव्वर अफाक के पिता अफाक अहमद ने गृह सचिव को पत्र लिखकर इस संबंध में शिकायत की है.
शिकायत में कहा गया है कि उनके बेटे को न्यायालय के आदेश पर अन्य कैदियों से अलग, एक सुरक्षित सेल में रखा गया था. पिछले कुछ दिनों से वह न्यूरोलॉजिकल और गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिकल समस्याओं के कारण बीमार है.
बीते 26 अगस्त को उसे इलाज के लिए रिम्स, रांची ले जाया गया था. रिम्स से वापस आने के बाद, जेलकर्मी उदय करमाली (छोटा जमादार) और गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी रमेश राम ने मेरे बेटे के साथ बेरहमी से मारपीट की. उन्होंने उससे चार हजार रुपये भी छीन लिए, जो उन्होंने उसे रिम्स में खर्च के लिए दिए थे.
इसके बाद उसे सजा के तौर पर 'पगला सेल' में 'डिग्री पैक' कर दिया गया. इस सेल में उसे न तो खाना दिया जा रहा है और न ही उसकी दवाइयां. 'डिग्री पैक' करने के बाद, उदय करमाली ने मेरे बेटे को धमकी दी कि उसे तभी छोड़ा जाएगा, जब वह उसे एक लाख रुपये देगा. पैसे न देने पर उसे किसी दूसरी जेल में स्थानांतरित करने की भी धमकी दी गई है.
साथ ही शिकायत में तहा है कि मेरा बेटा इन शारीरिक और मानसिक यातनाओं से बहुत परेशान है. यह न केवल मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है, बल्कि उसकी गंभीर बीमारियों को भी बढ़ा रहा है, जिसकी वजह से उसे चक्कर आना और नाक से खून आने जैसी समस्याएं हो रही हैं.
पिता ने गृह सचिव से अनुरोध करते हुए कहा कि इस मामले की तुरंत जांच करें और मेरे बेटे को इन जेलकर्मियों के अत्याचारों से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं.
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