New Delhi : भारत जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के साथ व्यापार समझौता करने में सफल होगा. विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने यह बात कही. जयशंकर ने न्यूजवीक के सीईओ डेव प्रगाड़ के साथ बातचीत के क्रम में यह बात कही.
"No yielding to nuclear blackmail, no impunity to terrorists...": Jaishankar reiterates India's stance on terrorism
— ANI Digital (@ani_digital) July 1, 2025
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उन्होंने न्यूजवीक को भारत की भूमिका और स्थिति से अवगत कराया. एस जयशंकर ने भारत को एक सभ्यतागत राष्ट्र, बहुलतावादी लोकतंत्र, प्रतिभा का स्रोत, कूटनीतिक सेतु और वैश्विक दक्षिण की आवाज करार दिया.
अमेरिका के साथ ट्रेड डील के संदर्भ में जयशंकर ने कहा, हम बहुत ही जटिल व्यापार वार्ता कर रहे हैं. उम्मीद जताई कि हम एक सफल निष्कर्ष पर पहुंच जायेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि मैं गारंटी नहीं दे सकता, क्योंकि उस चर्चा में एक और पक्ष है.
उन्होंने कहा कि ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री मोदी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं. जयशंकर ने न्यूजवीक के समक्ष एशिया और प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रतिकार के रूप में काम करने वाले देशों के क्वाड के भीतर देशों के बीच संबंधों के महत्व को रेखांकित किया.
उन्होंने कहा कि चार देश हैं. यानी इंडो-पैसिफिक के चार कोने, जिन्होंने वास्तव में यह तय किया है कि एक स्थिर या अधिक समृद्ध इंडो-पैसिफिक बनाने में उनकी साझा रुचि है और वे व्यावहारिक आधार पर काम करने के इच्छुक हैं.
न्यूजवीक द्वारा पाकिस्तान से बातचीत के प्रस्ताव को लेकर पूछे जाने पर विदेश मंत्री ने इसे सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि हम अब ऐसी नीति अपना रहे हैं जिसमें आतंकियों को बख्शा नहीं जायेगा. विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि हम यह नहीं मानते कि आतंकी केवल प्रॉक्सी हैं और राज्य का कोई दोष नहीं है.
पाकिस्तान इस मामले में पूरी तरह शामिल है. भारत आतंकियों पर हमला करेगा और अपने लोगों की रक्षा करेगा. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के बीच अन्य मुद्दों पर बातचीत संभव नहीं है.
विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद को पड़ोसी पर दबाव बनाने का हथियार नहीं बनाया जा सकता. एक अच्छा पड़ोसी और एक आतंकवादी एक साथ नहीं हो सकते. पाकिस्तान को आतंकवाद खत्म करना होगा. उन्होंने जोर देकर कहा, हम परमाणु हथियारों की धमकी से डरने वाले नहीं हैं.
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने चीन को लेकर कहा कि भारत उसके साथ अच्छे संबंध बनाये रखना चाहता है. कहा कि भारत का अमेरिका के साथ बहुत अच्छा तालमेल है और हम चीन के सबसे बड़े पड़ोसी हैं.
इजरायल-ईरान संघर्ष को लेकर जयशंकर ने कहा कि भारत का इजरायल और ईरान दोनों के साथ अच्छा रिश्ता है. भारत दुनिया के उन कुछ देशों में से है जो दोनों से खुलकर और ईमानदारी से बात कर सकता है. भारत ने पहले भी ऐसा करने की कोशिश की है.