Jamshedpur : एमजीएम अस्पताल की प्रबंधन व्यवस्था पर आए दिन सवाल खड़े होते रहते हैं. लेकिन अब तक अस्पताल में कोई सुधार नहीं किया गया है. वहीं, सामाजिक सेवा संघ ने अस्पताल के प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यहां गरीब मरीजों की कोई सुनने वाला नहीं है. बगैर पैरवी के तो चिकित्सक भी यहां नहीं सुनते हैं. दरअसल, गुरुवार को सीतारामडेरा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक वृद्ध महिला कुनी करकेट्टा कचड़ा फेंकने के दौरान गिरकर घायल हो गई. जांच में उसके कमर की हड्डी टूटने की बात सामने आयी है. लेकिन उक्त महिला बेड के अभाव में स्ट्रेचर पर ही बैठे रहने को विवश दिखी. हालांकि, इसकी जानकारी सामाजिक सेवा संघ के अध्यक्ष राजेश सामंत को होने के बाद उन्होंने अन्य सदस्यों के साथ अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरूण कुमार से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी दी. जिसके बाद अस्पताल अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दर्द से तड़प रही वृद्ध महिला को अर्थो वार्ड में बेड उपलब्ध करवाया.
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मरीजों को करना पड़ रहा परेशानियों का सामना : संघ
इसी तरह गोलमुरी निवासी बबलू गिरी के पैर की हड्डी एक दुर्घटना में टूट गई. साथ ही गदड़ा निवासी बिरसा कड़ेंग बुरू को सांस लेने में दिक्कत होने पर अस्पताल में दाखिल कराया गया. लेकिन मरीजों का बेहतर इलाज नहीं हो रहा था. वहीं, अस्पताल अधीक्षक के निर्देश देने के बाद तीनों मरीजों की चिकित्सा शुरू हुई. इस पर संघ का कहना है कि अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिए काफी दिनों से प्रयास किया जा रहा है. लेकिन व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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प्रतिनिधिमंडल में ये लोग थे शामिल
अस्पताल अधीक्षक से मिलने के दौरान समाजिक सेवा संघ अध्यक्ष राजेश सामंत के अलावा झारखंड आंदोलनकारी जेना जमुदा, जेएमएम नेता सग समाजिक सेवा संघ के सलाहकार भूपति सरदार, छोटे सरदार, गोपाल कर्मकार आदि शामिल थे.
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