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जमशेदपुर: सरकारी योजनाओं में फर्जी मतदाता पहचान पत्र संलग्न करने वाले हो जाएं सावधान, हो सकती है जेल

Sunil Pandey Jamshedpur :  सरकार की विभिन्न योजनाओं में पहचान पत्र एवं पते के प्रमाण के रूप में फर्जी मतदाता पहचान पत्र संलग्न करने वालों के लिये बुरी खबर है. ऐसा करने वाले जेल की हवा खाने के लिये तैयार हो जाएं. निर्वाचन आयोग ने ऐसे लोगों अथवा एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है जिन्‍होंने फर्जी मतदाता पहचान पत्र की मदद से सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आवेदन दिए हैं अथवा फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाने के कार्य में संलग्न हैं. इसे भी पढ़ें: फिल्म">https://lagatar.in/will-the-film-holy-wound-be-released-or-will-it-be-stopped-high-court-reserved-decision/">फिल्म

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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिलों के डीसी को भेजा पत्र

निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में सभी राज्यों को पत्र भेजकर आगाह किया है. साथ ही कड़ी कार्रवाई करने तथा कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग को भेजने के लिये कहा है. कुछ व्यक्तियों एवं एजेंसियों की ओर से फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाए जाने का मामला निर्वाचन आयोग के संज्ञान में आने के बाद इस तरह का निर्देश जारी किया गया है. निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिलों के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को इस आशय का पत्र भेजकर आगाह किया. साथ ही ऐसे मामलों की जांच कराने एवं कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी उपायुक्तों से दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई के लिये कहा है.

वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से जांच का निर्देश

सरकार की विभिन्न योजनाओं में लाभार्थियों की ओर से पहचान अथवा पते के प्रमाण के रूप में जमा कराए गए मतदाता पहचान पत्र की सत्यता की जांच वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से करने के लिये कहा गया है. जांच में मतदाता पहचान पत्र की सत्यता की पुष्टि होने पर ही लाभार्थी के आवेदन पर विचार किया जाए. जांच में सत्यता की पुष्टि नहीं होने पर दोषी पर कार्रवाई की जाए. इसके लिये मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जिलास्तर पर कार्यरत विभिन्न विभागों के संबंधित शाखा अथवा कार्यालय प्रधान को इसकी सूचना देकर कार्रवाई करने के लिये कहा है.

जिले के सभी विभागों को पत्र भेजकर दी गई जानकारी

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त की ओर से जिले के सभी विभागों को इस संबंध में पत्र भेजकर आवश्यक जांच एवं कार्रवाई करने लिये कहा गया है. उप निर्वाचन पदाधिकारी कान्हूराम नाग ने बताया कि निर्वाचन आयोग के आदेश के आलोक में जिले के सभी विभागों के पदाधिकारियों एवं कार्यालय प्रधान को पत्र भेजकर सतर्कता बरतने एवं छानबीन करने का निर्देश दिया गया है.

सिविल कोर्ट के प्रधान जिला जज को भेजा गया पत्र

फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाए जाने एवं इसका इस्तेमाल किए जाने के मामले की जानकारी जमशेदपुर सिविल कोर्ट के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश को भी दी गई है. उपायुक्त की ओर से भेजे गए पत्र में उनसे अनुरोध किया गया है कि किसी भी स्तर पर मतदाता पहचान पत्र की प्रति संलग्न किये जाने पर उसकी सत्यता की जांच वोटर हेल्प लाइन एप के माध्यम से की जाए. सत्यता साबित होने के बाद ही उसपर विचार किया जाए. इसे भी पढ़ें: आदित्यपुर:">https://lagatar.in/adityapur-debu-das-was-not-murdered-for-supremacy-who-was-the-person-sitting-behind/">आदित्यपुर:

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