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Jamshedpur :  उपायुक्त ने पोषण रथ को दिखाई हरी झंडी,  लोगों को पौष्टिक आहार के लिए जागरूक करने का होगा प्रयास

समाहरणालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को पोषण शपथ दिलाते उपायुक्त.

Vishwajeet Bhatt

Jamshedpur : आठवां राष्ट्रीय पोषण माह के तहत समाहरणालय परिसर से उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने पोषण जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद, डीटीओ धनंजय, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी संध्या रानी, सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित रहे. जागरूकता रथ धालभूम एवं घाटशिला अनुमंडल के शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के टोला-मोहल्ला, हाट-बाजार में भ्रमण करके लोगों को कुपोषण एवं सही पोषण के प्रति जागरूक करेगा. उपायुक्त ने प्रतिभागियों को पोषण शपथ दिलाई.  

कुपोषण दूर करने को सभी मिलकर करें काम

उपायुक्त ने कहा कि कुपोषण जैसी समस्या को दूर करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा. इसके लिए लोगों के बीच जागरूकता लाने की आवश्यकता है. कुपोषण के कुचक्र को तोड़ना है. हम सभी को चाहिये कि अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें. इसके लिए जरूरी है सही आहार, सही आदतें और अपने आस पास स्वच्छता को बढ़ावा दें. 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक चलने वाले पोषण अभियान को एक जन भागीदारी, जन आंदोलन की तरह चलाने के उद्देश्य से सभी का सहयोग अपेक्षित है, ताकि जिले को शत प्रतिशत कुपोषण मुक्त बनाया जा सके.

विभिन्न प्रखंडों-पंचायतों में खास जानकारी देगा पोषण रथ

पोषण रथ के माध्यम से विभिन्न प्रखंडों, पंचायतों में विशेष रूप से टीकाकरण, खानपान, पौष्टिक आहार, उचित पोषण, साफसफाई, डायरिया व अनीमिया की रोकथाम और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पर विशेष जानकारी दी जाएगी. साथ ही, गर्भवती महिलाएं, धातृ माताओं तथा नवजात शिशु, किशोरियों एवं बच्चों का बेहतर स्वास्थ्य बनाये रखने की जानकारियां दी जाएंगी.

इन प्रमुख बिंदुओं पर रहेगा खास फोकस

इस वर्ष पोषण माह 2025 का फोकस महिलाओं, बच्चों और परिवारों के सर्वांगीण स्वास्थ्य एवं पोषण पर है. अभियान के दौरान निम्न बिंदुओं खास जोर रहेगा.

-मोटापे से मुक्ति : नमक, चीनी और तेल का सीमित सेवन.

-स्थानीय चीजों को बढ़ावा : आत्मनिर्भरता की ओर कदम.

-प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा : पोषण भी पढ़ाई भी.

-समन्वित कार्यवाही और डिजिटलीकरण.

-शिशु एवं छोटे बच्चों को खिलाने की पद्धतियां.

-पुरुषों की सहभागिता : पोषण गतिविधियों में उनकी भूमिका.

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