Jamshedpur : पोटका प्रखंड क्षेत्र के आठ अनाथ आदिवासी बच्चे सरकार द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में पढ़ाई करेंगे. विदित हो कि उक्त आश्वासन जिला शिक्षा विभाग ने पोटका के पूर्व पार्षद करूणामय मंडल को दिया है. मालूम हो कि पार्षद प्रतिमारानी मंडल ने उन अनाथ बच्चों का नामांकन सरकार द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में कराए जाने की आग्रह व अनुशंसा की थी. अनुशंसा से जुड़ा पत्र आज शिक्षा विभाग के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अखिलेश कुमार को सौंपा गया. पूर्व पार्षद करूणामय मंडल ने बताया कि पोटका प्रखंड क्षेत्र के तीन अलग-अलग गांवों के कूल आठ आदिवासी बच्चे अनाथ हो चुके हैं. किसी के माता-पिता का निधन हो गया है, तो किन्हीं बच्चों के पिता की मृत्यू हो जाने के बाद उनकी मां ने दूसरी शादी करके उनसे मूंह मोड़ लिया है.
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सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पार्षद से मांगा था सहयोग
अनाथ बच्चों की अच्छी परवरिश व शिक्षा को लेकर पोटका क्षेत्र के कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पार्षद प्रतिमारानी मंडल से मुलाकात की थी. उन्होंने बच्चों के भविष्य को देखते हुए पार्षद से मदद की अपील की थी. उसी आलोक में पार्षद ने सभी बच्चों का सरकार की ओर से संचालित आवासीय विद्यालयों में नामांकन कराने की पहल की. करूणामय मंडल ने बताया कि झारखंड एजुकेशन प्रोजेक्ट के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने सभी बच्चों का नामांकन कराए जाने का आश्वासन दिया है. गौरतलब है कि सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी नेताजी सुभाष चंद्र आवासीय विद्यालय (गोलमुरी) व लखाईडीह (डुमुरिया) के सह प्रभारी भी हैं.
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इन अनाथ बच्चों की सूची शिक्षा विभाग को सौंपी गई
अनाथ बच्चों में मादो हांसदा, अनिल हांसदा व आनन्द हांसदा (सभी गांव, रोलडीह, टोला डूंगरीडीह), लारी मुर्मू, बुधु मुर्मू, (छोटाबांदुआ), जयंती हांसदा, मनसा हांसदा व किरण हांसदा (गांव आसनबनी, टोला बरजुडीह) के नाम शिक्षा विभाग को सौंपे गये है. मौके पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की प्रभारी बिंदू झा व मुनीराम बास्के भी मौजूद थे.
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