Jamshedpur (Rohit Kumar) : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल की सुरक्षा में लगे होमगार्ड के जवानों को दो माह से वेतन नहीं मिला है. वेतन नहीं मिलने से होमगार्ड के जवान काफी परेशान हैं और समस्या से जूझ रहे है. इसे लकर जवानों ने अस्पताल के अधीक्षक से भी मुलाकत की पर उन्हें किसी तरह का संतुष्ट जवाब नहीं मिला. अब इन जवानों के सामने भुखमरी के हालात उत्पन्न हो रहे है. अस्पताल में कुल चार शिफ्ट में 90 जवान सुरक्षा में लगे रहते है. ये जवान अस्पताल परिसर में हर वक्त घूमकर पहरेदारी करते है. इसके अलावा अस्पताल में किसी तरह का हंगामा ना हो इसका भी ख्याल इन्हें रखना पड़ता है, परंतु इन होमगार्ड जवानों का ख्याल रखने वाला कोई नहीं है.
इसे भी पढ़ें : घाटशिला : प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान के तहत 200 गर्भवतियों की हुई स्वास्थ्य जांच
बच्चों की फीस और राशन के लिए करना पड़ता है खर्च
एमजीएम के होमगार्ड जवानों ने बताया कि शिफ्ट ए, बी और सी के अलावा जनरल शिफ्ट में कुल 90 जवान काम करते है. इन जवानों का काम गेट में भीड़ ना लगने देना और अस्पताल की सुरक्षा करना है. इतना काम करने के बावजूद उन्हें दो माह से वेतन नहीं मिला है. उनिका मार्च और अप्रैल माह का वेतन बकाया है और अब मई माह में भी वे बगैर वेतन के ही काम कर रहे है. अस्पताल अधीक्षक ने भी फंड नहीं आने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया है. जवानों ने बताया कि बच्चों के स्कूल व ट्यूशन फीस के अलावा घर के राशन के लिए हर माह उन्हें अपने जेब से पैसे खर्च करने पड़ रहे है. वेतन नहीं मिलने से कई समस्याएं पेश आ रही है.