Jamshedpur (Ashok kumar) : परसुडीह इलाके में अगर अपनी जमीन पर आपको मकान बनाना है तो पहले रंगदारी देनी होगा. उसके बाद ही आपको काम को शुरू कराने की अनुमति मिल सकती है. दबंगों की दबंगई आये दिनों सामने आ रही है. दबंगों की करतूतों की जानकारी पुलिस को भी है, लेकिन पुलिस भी मामले को दबाने का पूरा प्रयास करती है. अगर हथियार सटाकर रंगदारी की मांग की जाती है तब पुलिस यह कहकर आर्म्स एक्ट की धारा नहीं लगाती है कि जांच के बाद देखा जायेगा. दबंगों की दबंगई से खाकर परसुडीह इलाके के लोग खासा परेशान हैं.
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सफेदपोश भी हैं शामिल
रंगदारी के खेल में सफोदपोश भी शामिल हैं. पुलिस को इन सफेदपोश से ही डर है. उनके खिलाफ पुलिस कोई भी कदम उठाने से कतराती है. अगर पुलिस चोरी-छिपे भी चाल चलती है तो किसी न किसी जनप्रतिनिधि का फोन आ जाता है और पुलिस को अपने पैर खींचने पड़ते हैं.
केस वन- सरजामदा में पिस्टल सटा मांगी रंगदारी
परसुडीह थाना क्षेत्र के सरजामदा में 19 जुलाई की शाम 4 बजे अविनाश सिंह ने बागबेड़ा के अशोक सिंह पर पिस्टल तानकर उससे 6 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. घटना के समय अशोक सिंह अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करवा रहे थे. इस बीच ही आरोपी रंगदारी मांगने के लिये पहुंच गया था और काम भी रोक दिया था. घटना के बाद मामला थाने तक भी पहुंचा था, लेकिन मामले में आर्म्स एक्ट का धारा भी नहीं लगाया गया था.
केस टू- मकान बनाने के लिये ईंट गिराया तो मांगी रंगदारी
परसुडीह थाना क्षेत्र के सरजामदा के ही रहने वाले कामेश्वर सिंह ने 19 जुलाई को मकान बनाने के लिये अपनी जमीन पर ईंट गिराया था. इसके कुछ देर के बाद ही अशोक पंडित अपने साथियों के साथ पिस्टल और हर्वे-हथियार लेकर पहुंच गया था और पांच लाख की रंगदारी मांगी थी. अशोक पंडित ने कहा था कि रुपये नहीं देने पर जान से हाथ धोना पड़ सकता है. मामला थाने तक भी पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने आर्म्स एक्ट का धारा तक नहीं लगाया था. इसी तरह से कई मामले इलाके में पहले भी सामने आ चुके हैं.
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