: श्रावण मास की तीसरी सोमवारी पर शिवालयों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग
महिला अधिवक्ताओं के अनुसार मणिपुर, राजस्थान, बिहार, बंगाल हो या देश का कोई भी हिस्सा, इस तरह की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. लेकिन मणिपुर में लगातार हो रही हिंसा की घटनाओं की रिपोर्ट सभ्य समाज को चिंतित और विचलित कर रही है. यदि प्रशासन और राज्य सरकारें अक्षम है तो ऐसे मामलों में महामहिम राष्ट्रपति को महिला होने के नाते खुद हस्तक्षेप करना चाहिए.अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने कहा कि दिल्ली का निर्भया कांड में भी अधिवक्ताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को मांग पत्र भेजा था और इस बार अधिवक्ता बहनों द्वारा की गई यह पहल सराहनीय है.अनुसार अधिवक्ता भवेश के अनुसार मणिपुर की घटना के विरोध में काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया है. इस तरह की घटनाएं अन्य राज्यों में भी हो रही है. सभी लोगों को महिला के सम्मान, मर्यादा एवं अधिकार के लिए खड़े होना चाहिए. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-bal-kanwar-yatra-will-start-in-bishtupur-on-july-30/">जमशेदपुर: बिष्टुपुर में 30 जुलाई को निकलेगी बाल कांवर यात्रा [wpse_comments_template]
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