Search

जमशेदपुर : "ओल चिकी हूल बैसी" शिबू-हेमंत की बी टीम, झारखंड बंद दिखावा- आदिवासी सेंगेल

Jamshedpur (Sunil Pandey) : आदिवासी सेंगेल अभियान कोर कमेटी की विशेष बैठक रविवार को करनडीह में केंद्रीय संयोजक एवं सेंगेल दिशोम परगाना सोनाराम सोरेन की अध्यक्षता में हुई. बैठक में सरना धर्म कोड, संताली को प्रथम राजभाषा बनाने, झारखंड बंद समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा किया गया. वक्ताओं कहा कि संताली भाषा में ओल चिकी लिपि से पठन-पाठन की मांग को लेकर "ओल चिकी हूल बैसी" नामक संस्था की ओर से 23 जुलाई को आहूत झारखंड बंद केवल दिखावा एवं आम जनता को परेशान करने वाला है. क्योंकि "ओल चिकी हूल बैसी" संगठन झामुमो की बी टीम है. झामुमो नहीं चाहता कि झारखंडी हितों की रक्षा हो. खासकर संताली एवं सरना को पहचान मिले. इसलिए झामुमो के सांसद व विधायक संताल परगना में ओल चिकी लिपि का विरोध करते हैं. लेकिन शिबू- हेमंत चुप रहते हैं. तब झारखंड बंद किसके खिलाफ है? क्यों है? जवाब देना होगा. हेमंत सरकार चाहती तो अनुच्छेद 345 के तहत विधानसभा में संताली को प्रथम राजभाषा बनाने का प्रस्ताव पारित कर सकती थी और स्वत: ओल चिकी से पठन-पाठन प्रारंभ हो सकता है. इस मुद्दे पर भारत सरकार ने एनओसी प्रदान कर दी है. लेकिन राज्य सरकार के माथे पर जूं नहीं रेंग रही है. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-protest-against-the-policies-of-the-central-government-in-the-trade-union-conference/">जमशेदपुर

: ट्रेड यूनियन के सम्मेलन में केंद्र सरकार की नीतियों का किया विरोध

हूल दिवस पर राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री का संदेश स्वागत योग्य

बैठक में मौजूद सभी लोगों ने इस बात पर खुशी जाहिर की. जिसमें 30 जून हूल दिवस पर राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री की ओऱ से ओल चिकी में लिखा हूल संदेश प्रसारित किया है. जबकि शिबू-हेमंत को वोट बैंक के लिए बांगला एवं उर्दू प्रेम सता रहा है. वक्ताओं ने "ओल चिकी हूल बैसी" के नेताओं से पुछा कि आदिवासियों के पारंपरिक धर्म स्थल मारंग बुरू को क्यों बेचा, आज तक सताली को प्रथम राजभाषा का दर्जा क्यों नहीं दिया, कुर्मी को आदिवासी का दर्जा देने के लिए केंद्र से अनुशंसा क्यों की. सीएनटी-एसपीटी कानून का गला घोंटकर लैंडपूल बिल क्यों पास किया. इसी तरह स्थानीयता, आरक्षण और रोजगार के मामलों पर वादा खिलाफी क्यों की.  सिदो मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की संदिग्ध हत्या (12.6.2020) की अब तक सीबीआई जांच क्यों नहीं करायी गई इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-thieves-targeted-a-closed-house-in-mango-stealing-household-items/">जमशेदपुर

: मानगो में बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना, घरेलू सामानों की चोरी

बैठक में ये रहे मौजूद

आदिवासी सेंगेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू, सोनाराम सोरेन, जुनियर मुर्मू, सुमित्रा मुर्मू, सीताराम माझी, डा.सोमाय सोरेन, तिलका मुर्मू ज्योति मुर्मू, मुनीराम हेम्ब्रोम, बिरसा मुर्मू, बीरसिंह बोदरा, छीता मुर्मू, बिमो मुर्मू, अर्जुन मुर्मू, मंगल आल्डा, बाजुन टुडू, भगीरथ मुर्मू, आम्पा हेम्ब्रम, सनत बास्के आदि शामिल थे. इसे भी पढ़ें : घाटशिला">https://lagatar.in/ghatshila-nikhil-bharat-bang-sahitya-sammelan-branch-president-kanchan-kar/">घाटशिला

: निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलनी के शाखा अध्यक्ष बने कंचन कर
[wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp