झारखंड में आयुष्मान कार्डधारकों के 250 करोड़ का क्लेम पेंडिंग
2015 में रघुवर दास ने रखी थी जलापूर्ति योजना की आधारशिला
उल्लेखनीय है कि बागबेड़ा एवं आस पास के क्षेत्रों में जलापूर्ति के लिये ग्रामीणों द्वारा किए गए लगातार आंदोलन के मद्देनजर 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा बागबेड़ा वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखी गई थी. 237 करोड़ की बागबेड़ा वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना को 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन 211 करोड़ खर्च होने के बाद 2022 तक यह योजना धरातल पर नहीं उतर पाई.जलापूर्ति योजना के लिये 2005 से ही आंदोलनरत हैं ग्रामीण
बागबेड़ा एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति के लिए 2005 से ही बागबेड़ा महानगर विकास समिति एवं संपूर्ण घाघीडीह विकास समिति द्वारा जलापूर्ति के लिये लगातार आंदोलन किया जा रहा है. इस क्रम में छह बार विधानसभा और तीन बार राजभवन का घेराव किया गया. इस बार रांची तक की पदयात्रा की गई. ग्रामीणों के आंदोलन के मद्देनजर 2015 में बागबेड़ा वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना को स्वीकृति मिली लेकिन योजना अब तक धरातल पर नहीं उतर पाई. इसे भी पढ़ें: जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-mumbai-howrah-weekly-express-derailed-at-tatanagar-station-passengers-upset/">जमशेदपुर: टाटानगर स्टेशन पर मुंबई-हावड़ा साप्ताहिक एक्सप्रेस बेपटरी, यात्री परेशान [wpse_comments_template]

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