Jamshedpur ( Sunil Pandey) : विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ 23 अप्रैल को चैट में शामिल महिला एवं बाद में मंत्री के कार्यालय से जारी कथित पीड़ित महिला के एक होने पर ऊंगली उठायी है. विधायक ने संभावना व्यक्त की है कि दोनों महिलाएं अलग-अलग हैं. हालांकि यह जांच का विषय हैं. विधायक ने जमशेदपुर के एसएसपी को पत्र लिखकर इस मामले में निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस द्वारा एक अलग प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. साथ ही इसका अनुसंधान अथवा पर्यवेक्षण आईजी स्तर के अधिकारी से कराने की मांग की. सरयू राय ने बताया कि पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी को जमशेदपुर पुलिस ने न्यायालय में भेज दिया है. हालांकि जांच का बिन्दु पुलिस द्वारा सार्वजनिक नहीं किया गया है. चुँकि यह वीडियो राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री से संबंधित है जो जमशेदपुर पश्चिम से विधायक हैं और इस आशय की प्राथमिकी भी उन्हीं के द्वारा आपको भेजे गए एक पत्र के आधार पर दायर की गयी है, इसलिए आवश्यक कि है जाँच के बिंदु स्पष्ट एवं व्यापक हों.
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महिला, उसके पति एवं मंत्री का मोबाइल जब्त करने की मांग
एसएसपी को भेजे पत्र में विधायक ने अलग-अलग नौ बिंदुओं पर तथ्य दर्शाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की. विधायक ने कहा कि प्रासंगिक वीडियो के अवलोकन से स्पष्ट होता है कि मंत्री और एक महिला के बीच हो रहे वीडियो चैट की स्क्रीन रिकार्डिंग की गयी है और उस रिकार्डिंग का एक अंश ही सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. जो करीब 21 सेकंड की है. प्रथम दृष्टया इसमें कोई काट-छाँट की गई हो ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है. मंत्री एवं महिला के बयान में वीडियो में कट-पेस्ट की बात कही जा रही है. लेकिन वीडियो देखने से ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है. वीडियो में महिला ने अश्लील चैट की बात अपने पति के साथ करने की बात स्वीकार की है. लेकिन वह महिला यह नहीं बता रही है कि वह कौन है? कहाँ रहती है? उनके पति कौन हैं? उन्होंने अपने पति के साथ यह वीडियो चैट कब किया है? क्या उन्होंने अपने पति के साथ ऐसी चैटिंग अक्सर करते रहती हैं? इस चैटिंग में वे यह नहीं बता रही हैं कि उन्होंने अपने पति के साथ हुई चैटिंग में अपनी ओर से जिस मोबाईल फोन का इस्तेमाल किया है उसका नंबंर क्या है? तथा उसके पति ने चैटिंग में जिस नंबर का इस्तेमाल किया है उसका नंबर क्या है? वह फोन कहाँ है? इसके बारे में इस महिला से पुलिस को पूछताछ करने की आवश्यकता है.
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मंत्री, महिला एवं उसके पति से पुछताछ करे पुलिस
विधायक ने कहा कि इस महिला की वीडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर आए दो दिन हो गये. परंतु यह आधिकारिक सूचना नहीं है कि पुलिस ने उस महिला की तलाश किया है या नहीं? यह पता किया जाना चाहिए कि वास्तव में क्या यह महिला वही है जिसका मंत्री से अश्लील वीडियो चैट विगत 23 अप्रैल को वायरल हुआ है या कोई अन्य है. इसमें यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि जमशेदपुर पुलिस अभी तक इस महिला के पति तक पहुँची है या नहीं? मेरी समझ से इस महिला और इसके पति का इस बारे में बयान लिया जाना अत्यंत आवश्यक है. इसी तरह विगत 23 अप्रैल को वायरल हुए वीडियो चैट में मंत्री की भाव भंगिमा और उनके सामने प्रदर्शित की जा रही महिला की तस्वीर तथा बाद में वीडियो जारी करने वाली महिला में समानता प्रतीत नहीं होती है. विधायक ने पुलिस से कहा कि वह इस मामले में मंत्री बन्ना गुप्ता से पुछताछ कर पता लगाए कि आखिर वह किसके साथ चैट कर रहे थे तथा मोबाइल आगे-पीछे करने की पोजिशिनिंग का निर्देश किसे दे रहे हैं.
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विस्तृत अनुसंधान की जरूरत
विधायक सरयू राय ने एसएसपी से कहा कि यदि पुलिस मंत्री और महिला के बीच अश्लील वार्तालाप के वायरल वीडियो की सत्यता परखने तक ही अपने अनुसंधान को सीमित रखना चाहती है तो यह अनुसंधान सही निष्कर्ष पर नहीं पहुँचेगा. अनुसंधान के दौरान पुलिस को ऊपर वर्णित बिंदुओं में अंकित विवरण को ध्यान में रखकर तथ्य संग्रह करना होगा. बेहतर होगा कि इस कांड का स्वतः संज्ञान लेकर पुलिस अपना एक अलग एफआईआर दर्ज करे और उसमें मंत्री जी को भी और उनके साथ अश्लील वार्तालाप कर रही महिला को भी अभियुक्त बनाये. सबसे पहले पुलिस इन दोनों का बयान ले ओर इनके बयानों के आलोक में आगे अनुसंधान की दिशा निर्धारित करे तदुपरांत विधिसम्मत कारवाई करे. उन्होंने सुझाव दिया कि भारतीय दंड संहिता एवं साइबर कानून के प्रासंगिक प्रावधान के अनुरूप इस कांड के अनुसंधानकर्ता अधिकारी अपने स्तर से तो अनुसंधान करें, परंतु इसका पर्यवेक्षण पूर्वी सिंहभूम जिला पुलिस के अधिकारियों से कराने के बदले राज्य सरकार के कम से कम आईजी स्तर के पदाधिकारी से कराना उपयुक्त होगा.
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