Jamshedpur : विश्व दर्शन दिवस पर जमशेदपुर के को-ऑपरेटिव कॉलेज में गुरुवार को संगोष्ठी आयोजित की गई. कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग के इस कार्यक्रम में शिक्षकों व विद्यार्थियों ने “वर्तमान एवं भावी मानवता के संदर्भ में समाज एवं दर्शन” पर विचार रखे. प्राचार्य प्रो. अमर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि दर्शन व्यक्ति को कर्तव्य, साहस और सत्य के मार्ग पर ले जाता है. उन्होंने महाराणा प्रताप और वीर कुंवर सिंह का उदाहरण देते हुए कहा कि दर्शन जीवन का व्यावहारिक मार्गदर्शक है.
मुख्य वक्ता प्रो. एसपी मंडल ने दर्शन का अर्थ, परिभाषा और मौजूदा दौर में उपयोगिता पर प्रकाश डाला. कहा कि दर्शन समाज की रीढ़ है.यह मानवता के भविष्य को निर्धारित करता है. स्वागत भाषण डॉ. पास्कल ब्रेक ने दिया. डॉ अशोक रवानी, प्रो. नीता सिन्हा व प्रो. संजय नाथ ने भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई. प्रतियोगिता में सोरेन पूर्ति को प्रथम, रितेश शर्मा को द्वितीय व हिमांशी को तृतीय पुरस्कार दिया गया. जबकि विश्वजीत व गीतीका गोस्वामी को प्रशंसा पुरस्कार मिला.
संगोष्ठी का संचालन डॉ. अंतरा ने, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. डुमरेन्द्र राजन ने किया. उन्होंने कहा कि दर्शन विद्यार्थियों को बेहतर और जिम्मेदार नागरिक बनाता है. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षकों, छात्र-छात्राओं और एनसीसी कैडेट्स ने भाग लिया.
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