- नवाचार रिसर्च इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन काउंसिल का यंग इनोवेटर्स पहल-नविष्कार के द्वितीय संस्करण का आयोजन
- रिस्क के साथ तो इश्क करना ही होगा : दिलखुश कुमार
Jamshedpur (Anand Mishra) : स्थानीय चैम्बर भवन सभागार में शनिवार को नवाचार रिसर्च इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन काउंसिल के तत्वावधान में यंग इनोवेटर्स पहल, नविष्कार के दूसरे संस्करण की शुरुआत हुई. शार्क टैंक भारत, तृतीय संस्करण के सबसे चर्चित स्टार्ट-अप बिहार के रोडवेज के संस्थापक दिलखुश कुमार, सह संस्थापक सिद्धार्थ शंकर झा, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, भारत सरकार के सदस्य मनोज कुमार सिंह, सीए पवन पेरीवाल एवं नवाचार के संस्थापक अमर नाथ सिंह ने संयुक्त रूप से से कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की. नविष्कार 2023 की सफलता के बाद स्टार्ट-अप्स लगातार इसके अगले आयोजन के इंतजार में थे. अतिथियों ने बताया कि इस बार का आयोजन पूर्व की अपेक्षा कई गुना बड़ा होने जा रहा है. इस बार देश के 200 शहरों से लगभग 50,000 यंग इनोवेटर्स तक पहुंचने की योजना है. छह जोन में सात दिनों का फिजिकल बूट कैंप एवं ग्रैंड फिनाले जमशेदपुर में होगा. इस कार्यक्रम के लिए देश के 50 इन्क्यूबेशन सेंटर के साथ पार्टनरशिप करने की तैयारी की जा रही है. इसी क्रम में देश के बड़ी इन्क्यूबेशन सेंटर स्टार्ट-अप ‘चौपाल’ जिसका मुख्यालय जयपुर में स्थित है, के साथ पार्टनरशिप हो गया है. उन्होंने आशा जतायी कि झारखंड के स्टार्ट-अप इको-सिस्टम के लिए यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी साबित हो सकता है.
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कार्यक्रम में मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सरकारी व्यवस्था जितनी जटिल है उतनी ही लोगों की मानसिकता भी. उद्यमिता को लेकर समाज का एक बड़ा हिस्सा आज भी तैयार नहीं है. इस वजह से हमारे शहर और राज्य में उद्यमियों की संख्या में भरी कमी है. लोगों को अपनी सोच को और बड़ा करना होगा तथा उद्यमिता को भी रोज़गार के एक अवसर की तरह देखना होगा. दिलखुश ने बताया कि एक ड्राइवर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और आज रोडवेज़ जैसे बिहार की एक सबसे बड़ी टैक्सी कंपनी के मालिक बनने की यात्रा तय की है. यह आज के युवाओं को स्टार्ट-अप के लिए प्रेरित करने के लिए काफी है. उन्होंने कहा कि रिस्क तो जीवन के हर क्षेत्र में है, फिर स्टार्ट-अप करने का रिस्क को समाज में इतना बड़ा क्यों दिखाया जा रहा है. रिस्क के साथ तो इश्क करना ही होगा. उन्होंने कहा कि अरबपति बनने के लिए अरबपति वाली सोच रखनी होगी और अरबपति वाली सोच के लिए अरबपतियों के साथ रहना होगा. उन्होंने कई स्टार्ट-अप्स के सवालों का जवाब भी बड़े सरल शब्दों में दिया. उन्होंने नवाचार के इस प्रयास की काफी सराहना की और कहा कि अब बिहार और झारखंड में स्टार्ट-अप्स करने की संभावना बढ़ गयी है. इन्वेस्टर्स का विश्वास भी बढ़ रहा है. जल्द ही यहां से भी बड़ी कंपनियां देश और दुनिया में अपना परचम लहरायेंगी.
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कार्यक्रम के समापन पर नवाचार के संस्थापक अमर नाथ सिंह ने नविष्कार 2024 के पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 6 अप्रैल से आवेदन आविष्कार की वेबसाईट पर आरंभ हो जाएगा एवं 20 मई आवेदन करने की अंतिम तिथि है. 21 से 31 मई आवेदनों की एक्सपर्ट द्वारा जांच की जायेगी. चयनित स्टार्ट-अप की सूची 1 जून को जोन के अनुसार वेबसाइट पर प्रकाशित की जायेगी. 10 जून से जोन के स्टार्टअप का 7 दिनों का बूट कैंप आयोजित किया जाएगा, जहां 8वें दिन जोनल राउंड आयोजित किया जाएगा. जोनल राउंड के विजेता प्रतिभागियों को विशेषज्ञयों द्वारा जज किया जायेगा.
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