Jamshedpur : बोड़ाम के सालदोहा फुटबॉल मैदान के पास से सिरकटी लाश बरामदगी के मामले में बोड़ाम थाने में उसके पड़ोसी जीराडुंगरी गांव के रहने वाले जीतु टुडू के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया गया है. वहीं शव की पहचान जीराडुंगरी के रहने वाले लेदरा टुडू (40) के रूप में हुई है. लेदरा राजमिस्त्री का काम करता था. शनिवार की सुबह वह काम करने के लिये घर से निकला था. इसके बाद वह घर नहीं लौटा. जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि लेदरा को अंतिम बार जीतु टुडू के साथ ही एक होटल में जलपान करते हुये देखा गया था. इसके बाद ही शक के आधार पर उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
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आरोपी भी है राजमिस्त्री
घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि आरोपी जीतु टुडू भी राजमिस्त्री का ही काम करता है. दोनों में अच्छी दोस्ती थी और दोनों पड़ोस के ही रहने वाले हैं. घटना के बाद से ही जीतु टुडू फरार बताया जा रहा है. इस कारण से परिवार के लोगों को भी आशंका है कि हो सकता है कि जीतु टुडू का ही हाथ हो. लेदरा की पत्नी सुमारी टुडू का कहना है कि उसे गांव के लोगों से जानकारी मिली है कि उसके पति को शनिवार की शाम जितु के साथ एक होटल में देखा गया था.
गिरफ्तारी के बाद ही होगा हत्याकांड का खुलासा
इधर बोड़ाम पुलिस का कहना है कि जबतक जीतु की गिरफ्तारी नहीं होती है, तबतक यह नहीं बताया जा सकता है कि हत्या की घटना को क्यों अंजाम दिया गया है. जिस तरह से लेदरा की हत्या की गयी है उससे लोग सिहर जा रहे हैं. आखिर सिर काटकर हत्या क्यों की गयी है. इस बात की चर्चा सिर्फ बोड़ाम के लोग ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिले के लोग भी कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि मामले में कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है.
खून से सना चापड़ बरामद
घटना के बाद पुलिस ने कुछ दूरी पर से ही खून से सना एक चापड़ बरामद किया है. पुलिस को लग रहा है कि हो सकता है इसी चापड़ से लेदरा की हत्या की गयी होगी. जबतक जीतु की गिरफ्तारी नहीं होती है तबतक पुलिस इस मामले में कुछ भी बता पाने में कतरा रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा.
निः संतान था लेदरा टुडू
लेदरा टुडू के बारे में गांव के लोगों ने बताया वे निः संतान थे. उनका एक बच्चा भी हुआ था, लेकिन किसी कारण वश उसकी भी बाद में मृत्यु हो गयी. इसके पति और पत्नी दोनों साथ में ही रहते थे. लेदरा का एक बड़ा भाई भी है जो अलग रहता है. उसके माता-पिता की पहले ही मृत्यु हो गयी है. लेदरा ही घर का मुखिया था. उसकी मौत के बाद पत्नी की हालत बिगड़ चुकी है. वह अब दाने-दाने को मोहताज हो गयी है.
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