वर्चस्व को लेकर तो नहीं हुई देबू दास की हत्या, कौन था बाइक के पीछे बैठा व्यक्ति
कान्वाई ट्रांसपोर्टर है भुक्तभोगी
भुक्तभोगी अभय ने बताया कि वे कान्वाई ट्रांसपोर्टर हैं. उनकी टेल्को में एपी ट्रांसपोर्ट है. टाटा मोटर्स से कान्वाई वाहन लेकर जाने का काम किया जाता है. रवि और विशाल के बारे में बताया कि दोनों पिछले एक साल से उनसे रंगदारी की मांग कर रहे थे. इस बीच बार-बार उन्हें जान से मार देने की धमकी भी मिल रही थी. बुधवार की रात वे राहरगोड़ा होते हुये अपने घर गदड़ा की तरफ जा रहे थे. इस बीच ही दोनों ने उनसे रंगदारी मांगी. नहीं देने पर हमला करके घायल कर दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इसे भी पढ़ें : सिंदरी">https://lagatar.in/sindri-mayumo-besieged-the-gaushala-op-in-the-bullet-case/">सिंदरी: गोली कांड मामले में मायुमो ने किया गोशाला ओपी का घेराव [wpdiscuz-feedback id="hrlucgg9rd" question="Please leave a feedback on this" opened="0"][/wpdiscuz-feedback]

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