Jamshedpur (Anand Mishra) : जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में यूनिवर्सिटी एक्ट की अनदेखी का एक मामला प्रकाश में आया है. जानकार बताते हैं कि यूनिवर्सिटी की कुलपति ने मनमाने तरीके से प्रो राजेंद्र जायसवाल को रजिस्ट्रार का प्रभार सौंप दिया है. वे विश्वविद्यालय की सिंडिकेट मीटिंग में भी शामिल होते हैं. एक्ट की अनदेखी कर एक नॉन पीएचडी डिग्री धारी शिक्षक को विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार का पदभार सौंप दिया गया है. इतना ही नहीं पिछले दिनों सिंडिकेट की बैठक में पूर्व रजिस्ट्रार डॉ अविनाश कुमार सिंह भी उपस्थित थे.
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विश्वविद्यालय के अधिकारियों को नजरअंदाज कर एक शिक्षक को दिया गया रजिस्ट्रार का प्रभार
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अपने अधिकारियों को नजरअंदाज कर एक शिक्षक को रजिस्ट्रार का प्रभार सौंप दिया गया. जबकि विश्वविद्यालय में डीएसडब्ल्यू, प्रॉक्टर समेत अन्य अधिकारी मौजूद हैं. ऐसे में अधिकारियों की अनदेखी कर शिक्षक को प्रभार क्यों सौंपा गया, इसे लेकर भी सवाल उठाया जा रहा है.
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क्या है यूनिवर्सिटी एक्ट में
यूनिवर्सिटी एक्ट के हवाले से बताया जाता है कि यदि रजिस्ट्रार नहीं रहते अथवा पद छोड़ते हैं, तो ऐसी स्थिति में विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू, प्रॉक्टर, असिस्टेंट रजिस्ट्रार, वित्त अधिकारी या किसी अन्य अधिकारी को रजिस्ट्रार का प्रभार सौंपा जा सकता है. यदि को अधिकारी प्रभार नहीं लेना चाहे तो किसी डीन को प्रभार सौंपा जा सकता है. लेकिन किसी भी शिक्षक को प्रभार नहीं सौंपा जा सकता. बावजूद इन सबकी अनदेखी कर वीमेंस यूनिवर्सिटी में एक शिक्षक को रजिस्ट्रार का प्रभार सौंप दिया गया है.
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सिंडिकेट मीटिंग में पूर्व रजिस्ट्रार की उपस्थिति पर भी सवाल
पिछले दिनों वीमेंस यूनिवर्सिटी की सिंडिकेट मीटिंग में पूर्व रजिस्ट्रार डॉ अविनाश कुमार सिंह को भी शामिल किया गया था. मीटिंग में उनकी उपस्थिति को लेकर भी सवाल उठाये जा रहे हैं कि किन परिस्थियों में उन्हें मीटिंग में शामिल किया गया. बता दें कि वीमेंस यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों संपन्न सिंडिकेट की बैठक के प्रस्ताव व निर्णय कुलपति के चैंबर तक की सिमट कर रह गये थे. इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गयी थी.
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