Jamshedpur (Anand Mishra) : वारंगक्षिति लिपि के जनक ओत् गुरु कोल लाको बोदरा की 37वीं पुण्यतिथि गुरुवार को शहर व आसपास के हिस्सों में मनायी गयी. इसी क्रम में शहर के सीतारामडेरा स्थित ओत गुरु कोल लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा पर ऑल इंडिया हो लेंग्वेज एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय सचिव सुरा बिरूली व हो समाज सीतारामडेरा के अध्यक्ष सोनू हेम्ब्रम के नेतृत्व में माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. इस अवसर पर सुरा बिरूली ने कहा कि सरकार के भरोसे वारंगक्षिति लिपि का विकास नहीं हो सकता है.
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उन्होंने कहा कि इस लिपि के विकास के लिए समाज के युवाओं को भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी. जिस समाज की अपनी लिपि होती, उस समाज की देश में एक अलग ही पहचान होती है. क्योंकि देश में कई जाति-धर्म और कई भाषाएं बोलने वाले लोग हैं, लेकिन सबकी अपनी लिपि नहीं है. इसलिए अपनी लिपि वारंगक्षिति लिपि का जोर-शोर से प्रचार-प्रसार करें, ताकि देश में अलग पहचान मिल सके. इस अवसर पर दामोदर बानरा, निकिता बिरूली, संगीता समड, प्रियंका बिरुवा, संतरी पुरती, जे दास, दुर्गा लुगुन, विजय नाग, नारायण कच्छप, राजेश कांडेयोन्ग, राजू पांडेय, राहुल बारदा, कृष्ण सुंडी, रवि पात्रो समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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