Jamtar : भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा कि जामताड़ा जिला में किसानों का धान लैंम्पस के माध्यम से खरीदा गया. लेकिन लक्ष्य के अनुरूप धान की खरीद नहीं हुई. बल्कि बड़े पैमाने पर किसानों के बजाय बिचौलियों से धान की खरीद हुई हैं. कहा कि सरकारी आंकड़े के अनुसार किसानों से 01 लाख 41 हजार 02 हजार 92 क्विंटल धान की खरीद की गई हैं.
किसानों से प्रति क्विंटल 10 किलो धान की कटौती की गई थी
सोमनाथ सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि धान खरीद के दरम्यान धूल,गरदा व नमी के नाम पर किसानों से प्रति क्विंटल 10 किलो धान की कटौती की गई थी. उपायुक्त द्वारा धान कटौती की जांच करवायी जा रही थी. लेकिन आज तक जांच का परिणाम सामने नहीं आया. इससे यह प्रतीत होता है कि किसानों से धान कटौती में विभाग भी सहभागी है.
उपायुक्त के जांच के आदेश को भी तवज्जो नहीं दिया गया
उपायुक्त के जांच के आदेश को भी तवज्जो नहीं दिया गया.कहा कि विडंबना की एक ओर बानगी है कि कंचनबेड़ा गांव के किसान महादेव मुर्मू ने भी जामताड़ा लैम्पस में धान बेचा था. वह पांच महीने तक लैम्पस का चक्कर काटता रहा. लेकिन उन्हें धान का भुगतान नहीं हो सका. इस बीच उनकी मृत्यु हो गई. वे मरते-दम तक धान का भुगतान के लिए चक्कर काटते रहा. बीमार होने पर पैसे के अभाव में समुचित इलाज भी नहीं करवा सका और मई महीने के पहले सप्ताह में उनकी मौत हो गई. ना जाने महादेव मुर्मू जैसे कितने किसान सरकार के झांसे में आकर लैम्पस में धान बेचा और राशि के भुगतान के दर-दर की ठोकरे खा रहे होंगे.